घाट पर कोरोना के संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। संक्रमितों के शवों को जलाने के लिए अधिकृत फाफामऊ श्मशान घाट पर प्रोटोकॉल का बिलकुल पालन नहीं हो रहा है। सामान्य तरीके से शवों का दाह संस्कार हो रहा है। चिता पर जलते शवों के आसपास परिजनों और करीबी खड़े रहते हैं। आसपास खड़े लोग संक्रमण से बचाव के नाम पर सिर्फ मास्क या कपड़े से चेहरा ढके रहते हैं। चिता जलाने वाला तो अक्सर मास्क नहीं पहनता। जिस हालात में फाफामऊ घाट पर अंतिम संस्कार हो रहा है उससे वहां मौजूद कोई भी संक्रमित हो सकता है। शवों के अंतिम संस्कार के दौरान चिता से निकलता धुआं भी संक्रमित कर सकता है। अंतिम संस्कार के दौरान आसपास लोग खड़े रहते हैं।

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