NCR News:महाराष्ट्र में कोरोना महामारी के दौरान सबसे ज्यादा फिक्र ऑक्सीजन, रेमडेसिविर और वैक्सीन की कमी को लेकर है। हालात संभल नहीं पा रहे हैं, लेकिन इस मुश्किल वक्त में भी सरकार को अपनी इमेज की फिक्र ज्यादा पड़ी है। शायद इसीलिए पेशेवरों की कमी का हवाला देकर डिप्टी सीएम अजित पवार के सोशल मीडिया अकाउंट संभालने का जिम्मा प्राइवेट एजेंसी को दे दिया गया है। हालांकि, इस मामले पर अजित पवार ने अभी कोई जवाब नहीं दिया है।अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, महाराष्ट्र सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग (GAD) की ओर से बुधवार को जारी ऑर्डर में कहा गया है कि ये कंपनी ट्विटर, फेसबुक, ब्लॉग, यूट्यूब, इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप जैसे सोशल मीडिया अकाउंट्स को देखेगी। अगर जरूरत पड़ी सूचना और जनसंपर्क महानिदेशालय (DGIPR) उस एजेंसी को और पैसा उपलब्ध करा सकता है, जोकि पहले ही मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) के लिए काम कर रही है।GAD से ये भी कहा गया है कि अब यह भी निश्चित करना होगा कि मुख्यमंत्री कार्यालय और उपमुख्यमंत्री कार्यालय से सोशल मीडिया पर जारी मैसेज एक जैसे न हों। कहा गया है कि महाराष्ट्र सरकार की DGIPR के पास सोशल मीडिया अकाउंट हैंडल करने वाले पेशेवरों की कमी है, जिसकी वजह से बाहरी एजेंसी को यह काम सौंपा गया है।
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