NCR News:कोरोना ने सरकार की कई योजनाओं पर पानी फेर दिया है। इससे जनगणना का काम भी अटक गया है। सरकार का प्लान था कि मई महीने में जनगणना के तहत घरों की लिस्टिंग का काम शुरू किया जाएगा, लेकिन कोरोना से बिगड़े हालातों के कारण ऐसा नहीं हो सका।जनगणना पर 8,754 करोड़ रुपए खर्च किए जाने हैं। ये दो चरणों में होना है। पांच मई से पहला चरण शुरू होना था, लेकिन महामारी के कारण 30 लाख कर्मचारियों की ट्रेनिंग भी नहीं हो पाई। नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर (NPR) भी इस दौरान ही अपडेट किया जाएगा। इस पर 3,941 करोड़ रुपए खर्च होंगे।पहले चरण में अप्रैल से सितंबर 2022 तक हाउस लिस्टिंग और हाउस गणना होगी। साल 2022 में पहली डिजिटल जनगणना होगी। इसके लिए मोबाइल ऐप और वेब एप्लीकेशंस तैयार हो चुके हैं। एप 16 भाषाओं में है। मोबाइल एप्लीकेशंस में निचले स्तर तक के जनसंख्या ब्लॉक की जियो टैगिंग की व्यवस्था है।इससे पहले जनगणना महापंजीयक विवेक जोशी ने 15 अप्रैल को डेटा कैप्चरिंग सेंटर का उद्घाटन किया था। इससे देशभर में जनगणना शुरु होने का संकेत मिला था, लेकिन अभी कार्यालय लगभग बंद है। अब इस साल के लिए कोई रोडमैप नहीं होने के कारण जनणगना 2022 से ही शुरु हो पाएगी।
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