नौढिय़ा गांव में 19 दिन में नौ लोगों की मौत हो गई। गंभीर बात यह है कि इसमें दो लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई, वहीं सात लोगों की जांच ही नहीं हुई। उधर लगातार हो रही मौत को लेकर यहां के ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।
ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना पांव पसार चुका है और इससे जनहानि हो रही है। लोग कोरोना संक्रमित होने पर जांच व इलाज कराने में लापरवाही कर रहे हैं कहीं स्वास्थ्य टीमें संक्रमितों के घर तक पहुंच ही नहीं रही हैं। इसी क्रम में नौढिय़ा गांव निवासी जितेंद्र सिंह की 53 वर्षीय पत्नी मनोरमा कोरोना संक्रमित थी। शहर के कोविड अस्पताल में भर्ती थी। शुक्रवार की रात मनोरमा की मौत हो गई। वहीं कोरोना संक्रमित इसी गांव की 63 वर्षीय बुधनी देवी की शनिवार को मौत हो गई।
ग्रामीणों ने गांव में छिड़काव करवाने व स्वास्थ्य शिविर लगवाने की मांग की है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डा. शैलेंद्र सिंह ने बताया कि गांव में आशा व आंगनबाड़ी को घर-घर जाकर लोगों के स्वास्थ्य की जांच का निर्देश दिया गया है। खंड विकास अधिकारी देवेंद्र ओझा ने बताया कि गांव में साफ-सफाई करवाए जाने व कीटनाशक दवा का छिड़काव का निर्देश एडीओ पंचायत को दिया गया है।
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know