बैंक आफ बड़ौदा इम्प्लाइज संघ ने मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के समक्ष अपनी मांगों को रखा है । उनका कहना है कि उत्तर प्रदेश के 5 जनपदों में कोविड 19 की दूसरी प्राण घातक लहर का बैंक कर्मियों पर घातक प्रभाव पड़ रहा है ऐसे में त्वरित कार्यवाही की दरकार है । यहां जाने पूरा विवरण ....


*राष्ट्रहित-बैंकहित-कर्मचारी हित*

*बैंक आफ बड़ौदा इम्प्लाइज संघ*(सम्बद्ध एनओबीडब्लू व भारतीय मजदूर संघ )

कार्यालय का पता :-
द्वारा भारतीय मजदूर संघ ,6 नवीन मारकेट ,केशर बाग लखनऊ 

सेवा में ,

मुख्यमंत्री महोदय 
उत्तर प्रदेश सरकार 
लखनऊ        दिन 19 042021 

विषय :- *उत्तर प्रदेश के 5 जनपदों में कोविड 19 की दूसरी प्राण घातक लहर का बैंक कर्मियों पर घातक प्रभाव।*

महोदय ,

उपर्युक्त विषय मे अवगत कराना है कि कोविड 19 के वर्तमान घातक दौर ने सबसे अधिक बैंक कर्मियों के जान माल को क्षति पहुंचाई है। आज सभी बैंको, चाहे वे सरकारी बैंक हो या ग्रामीण बैंक हों ,  की लगभग सभी शाखाओं में दो से तीन और किन्ही किन्ही शाखाओं में पूरे के पूरे कर्मचारी कोविड 19 से आये दिन संक्रमित होते जा रहे हैं। कहीं तो जान माल से भी क्षति हो रही है।
पुनः इस महामारी कोविड 19 की भयावहता को ही मद्देनजर रखते हुए माननीय उच्च न्यायालय ,इलाहाबाद की खण्ड पीठ लखनऊ ने तो उत्तर प्रदेश सरकार को 26 अप्रैल 2021 तक सम्पूर्ण लाकडाउन प्रयागराज, लखनऊ, कानपुर, बनारस एवं गोरखपुर में लगाने का आदेश जारी किया है।
  उपर्युक्त सभी संवेदनशील अवस्थाओं को ध्यान में रखते हुए हमारा संगठन आपसे यह अनुरोध करना चाहता है कि कोविड 19 की भयावहता के समय तक सभी बैंको को यह निर्देश शासन स्तर से जारी किए जाने चाहिए कि सभी बैंक  अपनी शाखाओं में न्यूनतम स्टाफ की उपस्थिति सुनिश्चित करें । उदाहरणार्थ जनता को नकदी आहरित करने में समस्या न हो तो एक कैशियर और एक आफीसर व एक शाखा प्रबंधक ,इस प्रकार अदला बदली करके भी शाखाओं में कार्य किया जा सकता है ।शेष अधिकारियों को विगत वर्ष की भांति वर्क फ्रॉम होम कराया जा सकता है। 
अंत मे निवेदन है कि उक्त विन्दुओ पर संवेदनशील ढंग से गम्भीरता पूर्वक विचार करके सभी बैंको को इस संबंध में शासन स्तर से दिशा निर्देश जारी करने की कृपा करें ।बैंक स्टाफ व उनके परिवार के लोग आपके अत्यंत आभारी रहेंगे।।

भवदीय 

*मन मोहन दास*
अध्यक्ष 
*उत्तर प्रदेश बैंक वर्कर्स आर्गेनाइजेशन*
मोबाइल नम्बर  9369822269
व 
*दिवाकर सिंह सिकरवार*
जोनल आर्गेनाईजिंग सीक्रेट्री 
एनओबीडब्लू
प्रभार -यूपी,बिहार ,गुजरात व
 उत्तराखंड 
मोबाइल नंबर 9450666273

प्रति लिपि :-
1 मुख्य सचिव ,उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ 
2 वित्त सचिव ,उत्तरप्रदेश शासन 
3 महाप्रबंधक व कन्वेनर एस एल बीसी , उत्तर प्रदेश  ,कार्यालय बैंक आफ बड़ौदा जोनल आफिस ,लखनऊ 
4 महामंत्री ,एनओबीडब्लू , 
5 महामंत्री ,भारतीय मजदूर संघ ,दिल्ली ।

सेवा में
महामंत्री महोदय
भारतीय मजदूर संघ
नई दिल्ली।

*विषय :-- कोरोना महामारी से बचाव हेतु बैंक कर्मचारियों को  सुविधा प्रदान करने के सम्बन्ध में।*

महोदय,

    निवेदन है कि कोरोना महामारी में कई प्रदेशों में लॉकडाउन के बावजूद सभी बैंक कार्य कर रहे हैं। आज के इस विकट समय में अनेक बैंककर्मी परलोक सिधार चुके हैं, लाखों बैंककर्मी एवं उनका परिवार कोरोना ग्रसित है। इस परिस्थिति में बैंक प्रबंधन इस महामारी से सुरक्षा व बचाव की सुविधाएं प्रदान करने में असमर्थ साबित हो रहा है। इस कारण जो बैंक कर्मचारी कार्य कर रहे हैं *उनके मन में हताशा व निराशा का भाव और डर पनपने लगा है।*

 इस संबंध में दिनांक 9/5/21 को NOBW की कार्यसमिति की वर्चुअल मीटिंग में निम्नलिखित प्रस्ताव इस अनुरोध के साथ पास किए गये कि इसे भामस के माध्यम से भारत सरकार के विचारार्थ व आवश्यक कार्यवाही हेतु इस अनुरोध के साथ भेजा जाए कि भारत सरकार सभी राज्यों को तुरंत एडवाइजरी जारी करे जिससे कि बैंक कर्मचारियों का मनोबल टूटने न पाए और इस आपदा के समय में देश की अर्थव्यवस्था को संभालने में बैंककर्मी अपनी भूमिका भलीभांति अदा कर सकें:-

1. महोदय, कोरोना महामारी से मरने वाले सरकारी कर्मचारियों हेतु केंद्र सरकार एवं कुछ राज्य सरकार ने 50 लाख के बीमा कवर की व्यवस्था की है। वहीं बैंकों में कहीं शून्य, कहीं 10 लाख, कहीं 20 लाख तो कहीं 30 लाख के बीमा कवर की व्यवस्था की है जो सर्वथा उचित नहीं है।

*अतः बैंक प्रबंधन उन सभी बैंक कर्मियों को, जिनकी मृत्यु कोरोना के कारण हो, 50 लाख का बीमा कवर दे यह हमारी मांग है।*

2. अनुकम्पा के आधार पर बैंकों में नियुक्ति के लिए कुल रिक्तियों के 5% तक ही नियुक्ति की व्यवस्था है जिसमें कई अन्य शर्तें भी शामिल रहती हैं। इस कारण बहुत ही कम संख्या में अनुकंपा के आधार पर भर्तियां हो पाती हैं। अब जबकि इस महामारी में मृतकों की संख्या काफ़ी बढ़ रही है, बैंक कर्मचारियों के मनोबल को बचाए रखने हेतु *कोरोना महामारी के कारण मरने वाले बैंक कर्मियों के लिए 5% की सीमा एवं अन्य शर्तों को समाप्त करके सभी प्रभावित कर्मचारियों के परिवार के किसी सदस्य, यदि वह नौकरी करने का इच्छुक है, को अनुकंपा के आधार पर भर्ती किया जाना चाहिए*, ऐसी हमारी मांग है।

3. अभी वर्तमान में बैंकिंग कार्य के घंटों में कुछ प्रदेशों में छूट दी गई है एवं कर्मचारियों को रोटेशन की व्यवस्था हेतु प्रबंधन को निर्देश दिया गया है। किन्तु कर्मियों अथवा उनके परिवार के सदस्यों का इस महामारी से प्रभावित होने के कारण बैंकों में पर्याप्त संख्या में कर्मचारी उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं और कर्मचारियों की कमी के कारण यह रोटेशन व्यवस्था लागू नहीं हो पा रही है।

अतः हम मांग करते हैं कि *बैंकों को प्रतिदिन न खोल करके एक दिन के अंतराल पर खोला जाए जिससे कि भारत सरकार के दिशा निर्देशों के तहत 50% की स्थिति सामान्य रूप से लागू हो सके।* जैसा कि केरल प्रदेश ने अपने राज्य में पहले ही यह व्यवस्था लागू करने का आदेश पारित कर दिया है।

इस विषय पर आप से त्वरित कार्रवाई की प्रार्थना की जाती है। धन्यवाद।

भवदीय
उपेन्द्र कुमार
महामंत्री, NOBW

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