चैत नवरात्र के चतुर्थी तिथि पर शुक्रवार को शृंगार गौरी और मां कूष्मांडा मंदिर में भक्तों ने दर्शन पूजन किया। चुनरी, नारियल आदि चढ़ाए और मत्था टेककर सुख-शांति व समृद्धि के साथ माहमारी से लोगों को मुक्ति दिलाने की प्रार्थना की। हालांकि कोरोना की वजह से देवी मंदिरों में भीड़ नहीं थी। ज्ञानवापी परिसर में स्थित माता शृंगार गौरी के दर्शन के लिए कोविड जांच की निगेटिव रिपोर्ट दिखाने वाले भक्तों को ही दर्शन मिला।

शृंगार गौरी मंदिर में व्यास परिवार ने सुबह गुलाब, अड़हुल, बेला आदि फूलों से माता का सविधि शृंगार कराया। फल, मिष्ठान आदि का भोग लगा। इसके बाद दर्शन शुरू हुआ। तीन दिन के अंदर कोविड जांच कराने वाले भक्त ही दर्शन पा सके। गुलशन कपूर के नेतृत्व में एक दर्जन भक्तों का दल ज्ञानवापी कूप से जल और माला-फूल, नारियल, ध्वज लेकर माता की जयकार करते हुए पहुंचा। मां को पूजन सामग्री अर्पित कर आरती की। कोरोना महामारी से लोगों की रक्षा की प्रार्थना की। कोविड रिपोर्ट के बिना प्रवेश की प्रतिबंधता की वजह से मुश्किल से दो दर्जन भक्त ही दर्शन कर सके। उधर, दुर्गाकुण्ड स्थित मां कूष्मांडा मंदिर में भी भीड़ कम थी। केवल मंदिर परिसर में ही लाइन लगी थी। मंदिर में कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए भक्तों को दर्शन कराया जा रहा था। महंत परिवार की ओर से सुबह में माता का शृंगार कराया गया। शहर के अन्य देवी मंदिरों में भी भक्तों की भीड़ नहीं रही।

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