जनपद में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव अंतिम चरण में होंगे सभी प्रत्याशी एक एक और के लिए दिन रात एक कर रहे हैं
गिरजा शंकर गुप्ता
अम्बेकरनगर 4 अप्रैल 2021। जिले में पंचायत चुनाव अंतिम चरण में होंगे। दावेदार चुनावी रण में एक एक वोट सहेजने के लिए दिन रात एक किये हुए हैं। लेकिन उनकी एक एक वोट सहेजने की उम्मीदों और कोशिशों पर राज्य चुनाव आयोग द्वारा कोरोना संक्रमित मतदाताओं के लिए जारी की गई गाइड लाइन पानी फेर सकती है।जी हां ! एक एक वोट पंचायत चुनाव में हार जीत के लिए मायने रखता है। ऐसे में कोरोना संक्रमित व्यक्ति के लिए जारी की गई गाइड लाइन गाँव की सरकार का मुखिया बनने के लिए मैदान में उतरे दावेदारों के माथे पर शिकन ला रही है। पंचायत चुनाव में कोरोना संक्रमित व्यक्ति के लिए जटिल नियम बनाए गए हैं। यदि वोटिंग के दौरान किसी मतदाता का थर्मल स्कैनिंग में तापमान तय मानक से अधिक मिला तो उसे वोटिंग से रोक दिया जाएगा और आखिरी के घंटे में उनसे मतदान कराया जाएगा। इस गाइड लाइन से भावी प्रत्याशी डरे हुए हैं। पंचायत चुनाव में जहां एक-एक वोट अहम होता है, ऐसे में कोरोना को लेकर भावी प्रत्याशी वोटों के गड़बड़ाने की आशंका से डरे हुए हैं। हालांकि कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति के चुनाव लड़ने पर कोई रोक नहीं है। वह अपना नामांकन पत्र प्रस्तावक या अपने प्रतिनिधि के माध्यम से जमा करा सकते हैं। जटिल गाइडलाइंस के बीच भावी प्रत्याशियों के मन में भी कोरोना संक्रमित मतदाताओं के वोट देने या न देने की स्थिति को लेकर आशंका है।
राज्य चुनाव आयोग की ओर से जारी गाइडलाइंस के मुताबिक यदि कोरोना से ग्रसित कोई मतदाता वोट डालना चाहता है तो उसे मतदान के अंतिम घंटे में बुलाया जाएगा, जिसकी सूचना सेक्टर मैजिस्ट्रेट को दी जाएगी। सेक्टर मैजिस्ट्रेट तुरंत मतदान केंद्र पर पहुंचकर पीठासीन अधिकारी पीपीई किट सौंपेंगे। पीठासीन अधिकारी पीपीई किट पहनकर ही वोट डलवाएंगे। वोटिंग से पहले थर्मल स्कैनिंग - गाइडलाइंस के मुताबिक वोटिंग के दौरान यदि थर्मल स्कैनिंग में किसी मतदाता का तापमान तय मानक से अधिक पाया जाता है तो उसकी दोबारा जांच कराई जाएगी। यदि वह वैसे ही रहता है तो उसे टोकन या प्रमाण पत्र दे दिया जाएगा। उससे मतदान के अंतिम घंटे में वोट डलवाया जाएगा। इसे लेकर भावी प्रत्याशियों के मन में शंका है कि कहीं आखिरी वक्त में उनका खेल न बिगड़ जाए। कोरोना गाइड लाइन से टेंशन में दावेदार जहांगीरगंज क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे एक भावी उम्मीदवार ने बताया कि मतदान के लिए शायद ही कोई कोरोना आशंकित व्यक्ति इतना इंतजार करेगा और वो बिना वोटिंग किए ही घर वापस लौट सकता है। वहीं उन्होंने आशंका जताई कि कोरोना पॉजिटिव शख्स आखिरी के एक घंटे में शायद ही मतदान केंद्र पर पहुंचे।
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