उतरौला (बलरामपुर)कोरोना कहर के बीच पुलिस प्रशासन लगातार सख्ती बरत रहा है। क्षेत्र की सभी शिक्षण संस्थाएं बंद हैं कोचिंग संस्थानों पर भी ताले लटक गये हैं लोगों में तरह तरह की आशंकाएं हैं कोई रोजगार को लेकर आशंकित है तो कोई कारोबार को लेकर,प्रवासी मजदूर घर वापस लौट रहे हैं, अधिकारी सड़क पर उतर आए हैं, पुलिस लगातार चालान काट रही है, कोविड गाइड लाइन का पालन न करने वालों पर लठ्ठ तक बरसा रही है। वहीं तस्वीर का दूसरा पहलू इससे काफी जुदा है शहर में जहां सख्ती है वहीं गांव देहात में मस्ती का दौर जारी है। किसी भी तरह से कोविड 19 को लेकर जारी की गई गाइड लाइन का पालन करने को कोई तैयार नहीं है। यहां तक कि खुद अधिकारी इस ओर से आंखें मूंदे हुए हैं त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की खुमारी सर चढ़ कर बोलने लगी है, दावतों का दौर जारी है गांव गांव में प्रत्याशियों व समर्थकों का काफिला चल रहा है। अधिकारी मतदान को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए गांवों में लोगों से संवाद कर रहे हैं अधिकारियों की बैठकों में भी ग्रामीणों की भीड़ पहुंच रही है परन्तु किसी के चेहरे पर मास्क नहीं होता है।सोशल डिस्टेंसिंग का तो जैसे किसी को भान तक नहीं है।ऐसा ही एक नजारा खंड विकास कार्यालय उतरौला में नामांकन के दौरान देखने को मिला। अधिकारी शांति पूर्ण मतदान का पाठ तो पढ़ा रहे हैं लेकिन इस बीच कोरोना के खतरे को दरकिनार कर रहे हैं।
उतरौला से असगर अली की रिपोर्ट।
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