उतरौला (बलरामपुर) इस्लाम धर्म के पैगंबर हजरत मोहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहो अलैहि वसल्लम की शान में गुस्ताख़ी करने वाले यति नरसिंहानन्द सरस्वती के खिलाफ मुस्लिम धर्मगुरुओं द्वारा पुरजोर विरोध जारी है। मौलाना मुफ्ती मोहम्मद जमील अहमद खां के नेतृत्व में तमाम अमन पसंद लोगों ने राज्यपाल को संबोधित एक ज्ञापन उपजिलाधिकारी नागेन्द्र नाथ यादव को सौंपा।
ज्ञापन में कहा है कि तीन अप्रैल को प्रेस वार्ता के दौरान यति नरसिंहानंद सरस्वती द्वारा इस्लाम धर्म के पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब
पर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है। इस आपत्तिजनक टिप्पणी से मुस्लिम समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचा है। ऐसे आपत्तिजनक बयान देकर देश की शांति व्यवस्था को बिगाड़ने का प्रयत्न किया गया है। ऐसे कार्य देश के संविधान एवं हिंदू-मुस्लिम सौहार्द के विपरीत है। यह एक साजिश के तहत दिया गया बयान है। जिससे देश और समाज में सांप्रदायिक उन्माद फैलने का खतरा है। इस आपत्तिजनक बयान की पुरजोर निंदा एवं मजम्मत किया जाता है। और ऐसे दुष्ट एवं पापी यति नरसिंगानंद सरस्वती पर शीघ्र कड़ी से कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की गई। ताकि भविष्य में कोई भी इस प्रकार की गलती का पुनरावृत्ति ना करें।
इस मौके पर मौलाना अजमल, मौलाना सरफुद्दीन, मौलाना इमरान, मौलाना मैनुद्दीन अजहरी, मौलाना तजम्मुल समेत तमाम अम्न पसंद लोग मौजूद रहे।
उतरौला से असगर अली की रिपोर्ट
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