सर सुंदरलाल अस्पताल (बीएचयू) के आईसीयू वार्ड में दूसरे मरीज की जगह प्लाज्मा चढ़ा देने से एक वृद्ध की हालत गंभीर हो गई। शनिवार देर रात वेंटिलेटर पर उनका इलाज शुरू हुआ। इससे पहले तबीयत बिगड़ने पर परिजन ने लापरवाही की सूचना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को ट्वीट करके देने के साथ अस्पताल के एमएस को भी दी थी। एमएस प्रो. एसके माथुर ने जांच के लिए एक कमेटी बनाई है, जिसे तीन दिन में रिपोर्ट देनी है।
अस्पताल में 14 मार्च को मंगारी गांव (पिंडरा ब्लाक) निवासी 65 वर्षीय रमेश सिंह के हार्निया का आपरेशन हुआ था। लिवर की भी समस्या होने पर उन्हें गैस्ट्रो डिपोर्टमेंट में भर्ती किया गया। जहां से 25 मार्च को आईसीयू में बेड नंबर चार पर शिफ्ट किया गया। उनके बेटे आलोक सिंह ने बताया कि शुक्रवार को मैं वार्ड में गया तो पिता जी को प्लाज्मा चढ़ रहा था और वे तड़प रहे थे।
ओ पॉजिटिव को चढ़ाया ए ब्लड ग्रुप का प्जाज्मा
बीएचयू के आईसीयू वार्ड में दूसरे मरीज के बजाय प्लाज्मा चढ़ाने से गंभीर स्थिति में पहुंचे मंगारी गांव (पिंडरा ब्लाक) निवासी वृद्ध के बेटे आलोक सिंह ने बताया कि मेरे पिता का ब्लड ग्रुप ओ पॉजिटिव है। उन्हें वार्ड के 13 नंबर बेड पर भर्ती मरीज देवेंद्र की जगह प्लाज्मा चढ़ाया गया। देवेंद्र का ब्लड ग्रुप ए है। इस संबंध में डॉक्टरों से बात करने गया था तो मुझे भगा दिया गया।शनिवार देर रात इमरजेंसी के एक डॉक्टर ने आकर मुझसे बताया कि आपके पिताजी की तबीयत गंभीर हो गई है। आप अन्य परिजनों को बुला लीजिए। हालांकि थोड़ी देर बाद एक अन्य चिकित्सक ने मुझे बताया कि उनका वेंटिलेटर पर उनका इलाज चल रहा है।
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