गन्ने में अर्ली शूट बोरर(पिहका) से बचाव हेतु कोराजन का प्रयोग करें किसान भाई। पीएस चतुर्वेदी
उतरौला(बलरामपुर)

बजाज चीनी मिल उतरौला के महाप्रबंधक गन्ना पी एस चतुर्वेदी द्वारा चीनी मिल गेट क्षेत्र के ग्रामों सहित क्रय केंद्र के ग्राम दुभरा हुसैनाबाद, बढ़या पकड़ी, शाहपुर इटई, महादेव, हिंदूनगर, गोवर्धनपुर आदि क्षेत्रो में भ्रमण के दौरान गन्ने के खेतों में अर्ली शूट बोरर का आंशिक प्रकोप देखने को मिला। उन्होंने कृषकों को जानकारी देते हुए बताया कि जिस खेत मे अर्ली शूट बोरर पिहका लग जाता है। उस खेत में 15 से 20 प्रतिशत गन्ने की पैदावार कम हो जाती है। जिससे किसानों का काफी नुकसान होता है। इससे बचाव हेतु कोराजन 150 मिलीग्राम प्रति एकड़ की दर से प्रयोग करे तथा कोराजन प्रयोग करने के बाद खेत में पानी अवश्य लगाएं। जो कृषक भाई गन्ना बुवाई के समय ट्राइकोडरमा का प्रयोग नहीं कर पाए हैं। वह अवश्य दो से तीन लीटर प्रति एकड़ की दर से प्रयोग करके खेत मे पानी चला दें जिससे लाल सड़न, जड़ सड़न से फसल को बचाया जा सके। एवं जो कृषक भाई शरदकालीन में गन्ने की बुवाई किये हैं। वह सह फसल काटने के बाद निराई, गुड़ाई करने के बाद खाद का प्रयोग करके पानी अवश्य चला दें। 
दुभरा क्षेत्र के गन्ना विकास कर्मचारी रामायन पाण्डेय ने किसानों को कोराजन का प्रयोग करने का जानकारी विस्तार से दिया तथा किसानों को गन्ना विकास संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए अपने क्षेत्र के सीडीओ से संपर्क करके जानकारी प्राप्त करने को कहा।
असगर अली 
उतरौला

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