यूपी के कई शहरों में कोरोना बेकाबू हो रहा है। राजधानी लखनऊ के बाद वाराणसी में भी कोरोना बेकाबू हो चुका है। पिछले एक हफ्ते से रोजाना नए रिकार्ड बन रहे हैं। हर रोज पिछले दिन से ज्यादा कोरोना मरीज सामने आ रहे हैं। सोमवार की सुबह ही 783 नए मामलों ने चुनौती बढ़ा दी है। इससे पहले रविवार को 1500 से ज्यादा नए मरीज मिले।
जिले में अब तक कुल 30524 संक्रमण के आधिकारिक मामले हो चुके हैं। जबकि 22617 लोग संक्रमण से उबर चुके हैं। इसके साथ ही 399 लोगों की जान इस घातक बीमारी ने ली है। अब तक 4257 मामलों में सैंपल की जांच का इंतजार है। शाम तक के अपेक्षित आंकड़ों पर गौर करें तो सोमवार की रात तक सक्रिय मामलों की संख्या आठ हजार को पार कर जाएगी। यही संक्रमण की दर बनी रही तो अगले दो दिनों में संक्रमितों की संख्या दस हजार को पार कर जाएगी।
संक्रमितों में अधिकतर लोगों को होम क्वारंटाइन ही किया गया है। अस्पतालों में संक्रमण की स्थिति और भी बढ़ गई है। कई चिकित्सक और चिकित्सा स्टाफ कोरोना वायरस से संक्रमित होने की वजह से स्वयं इलाजरत हैं। वहीं रिजर्व स्टाफ के सहारे कई अस्पलातों में कोरोना संक्रमण के लड़ाई का दौर जारी है। संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए टेलीपैथी को बढ़ावा दिया जा रहा है।जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने कोविड-19 के संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के प्रभावी नियंत्रण हेतु जनपद के शहरीय एवं ग्रामीण क्षेत्र के सभी 26 थाना क्षेत्रों में जोनल एवं सेक्टर मजिस्ट्रेटों सहित पुलिस की 104 टीमें गठित की है। इस प्रकार प्रत्येक थाना क्षेत्र में चार-चार टीमें तथा प्रत्येक टीम में 2-2 सेक्टर मजिस्ट्रेट एवं एक-एक उप निरीक्षक एवं 02-02 कांस्टेबल सहित तीन पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है।
टीम के सदस्यों को उन्होंने निर्देशित किया है कि वे अपने लिए निर्धारित थाना क्षेत्र में भ्रमणशील रहते हुए थाना अंतर्गत आने वाली बाजार, शॉपिंग कांप्लेक्स, मॉल्स, रेस्टोरेंट्स, होटल, समस्त प्रकार के व्यवसायिक प्रतिष्ठान सरकारी एवं अर्द्ध सरकारी एवं निजी कार्यालयों में अनिवार्य रूप से मास्क लगाने, सामाजिक दूरी बनाए रखने, साबुन से निरंतर हाथ धोते रहने, कोविड हेल्प डेस्क का निर्धारित मानक के अनुसार स्थापना तथा उसका संचालन, जन सामान्य को उसका अनुपालन करने हेतु निरंतर जागरूक करेंगे।
जिलाधिकारी ने टीम के अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे निरीक्षण करते हुए आवश्यकतानुरूप मास्क का भी वितरण सुनिश्चित कराएंगे। साथ ही प्रतिबंधों का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध जुर्माना वसूली की कार्यवाही एवं अन्य आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित कराएंगे।क्षेत्रीय मजिस्ट्रेट, उप जिलाधिकारी एवं सहायक पुलिस आयुक्त, पुलिस क्षेत्राधिकारी अपने-अपने क्षेत्र के पर्यवेक्षणीय अधिकारी होंगे। ड्यूटी महामारी अधिनियम के अंतर्गत लगाई गई है। ड्यूटी के निर्वहन में यदि किसी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता बरती जाएगी तो इसका प्रतिकूल संज्ञान लेते हुए संबंधित के विरुद्ध सुसंगत धाराओं के अंतर्गत कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। गठित टीमों द्वारा प्रतिदिन अपने-अपने नियत थाना क्षेत्र में संयुक्त रूप से भ्रमणसील रह कर उपरोक्त अनुसार आदेशों का अनुपालन सुनिश्चित कराया जाएगा तथा कृत कार्रवाई की भी सूचना उपलब्ध कराई जाएगी।
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