तेजी से बढ़ रहे कोरोना पाॉजिटिव मरीजों की संख्या को देखते हुए कमिश्नर और डीएम ने लोगों से इस समय वाराणसी की यात्रा से बचने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि यदि कोई जरूरी कार्य न हो तो आसपास के जनपदों से लोग वाराणसी न आएं और अपने घरों पर ही रहें। कमिश्नर ने काशी विश्वनाथ मंदिर एवं अन्नपूर्णा मंदिर में भी दर्शनार्थ आने वाले भक्तों का 3 दिन पूर्व का कोरोना का आरटी पीसीआर टेस्ट निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य कर दिया है। अन्यथा उन्हें मंदिर परिसर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।

डीएम कौशल राज शर्मा की ओर से जारी आदेश में कहा है कि देश-विदेश से वाराणसी आने का कार्यक्रम बनाने वाले सभी व्यक्तियों और यात्रियों से अपील है कि वाराणसी में अभूतपूर्व कोविड संक्रमण फैल जाने की वजह से अप्रैल के पूरे महीने में वाराणसी ना आए। बुधवार सुबह वाराणसी में 828 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जबकि 9607 लोग इस समय कोरोना वायरस से संक्रमित हैं जबकि आधिकारिक तौर पर 405 लोगों की कोरोना वायरस की वजह से मौत हो चुकी है। कुल 23280 लोग अब तक इस महामारी से पूरी तरह उबर चुके हैं। वहीं 6270 लोगों की रिपोर्ट आनी शेष है।

दोगुनी क्षमता से इलाज की करें व्यवस्था : एके शर्मापूर्व वरिष्ठ आईएएस अधिकारी व भाजपा एमएलसी अरविंद कुमार शर्मा मंगलवार दोपहर अचानक बनारस पहुंचे और वाराणसी सहित आसपास के जिलों में कोविड के रोकथाम व इलाज के सम्बंध में प्रशासनिक तैयारियों की समीक्षा की। सर्किट हाउस सभागार में मंडलायुक्त, डीएम एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक में निर्देश दिया कि कोरोना के इलाज की वर्तमान से दोगुनी व्यवस्था की जाय।  अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक पश्चिम बंगाल का दौरा कर रहे अरविंद कुमार शर्मा मंगलवार को पीएमओ के बुलावे पर दिल्ली पहुंचे। यहां से वह लखनऊ गए और मुख्यमंत्री सहित आला अधिकारियों के साथ कोरोना के सम्बंध में वार्ता की। लखनऊ से वह दोपहर में बनारस आए। उनके आगमन के सम्बंध में लखनऊ से अचानक आए संदेश के बाद कोरोना से जुड़े अस्पताल संचालकों को भी बुलाया गया। मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने कोरोना के बाबत अब तक की तैयारियों की बिंदुवार जानकारी दी। एके शर्मा ने कोरोना मरीजों के इलाज पर विशेष फोकस करते हुए बीएचयू को बेड क्षमता 366 से बढ़ाकर सात सौ और हेरिटेज मेडिकल कॉलेज को दो सौ की जगह बेड संख्या तीन सौ करने का निर्देश दिया। 

मंडल के डॉक्टरों की सूची बनाएं
दोनों अस्पताल प्रबंधन ने मानव संसाधन की मांग की तो एमएलसी ने प्रभारी सीएमओ को निर्देश दिया कि जिले के साथ मंडल भर में डॉक्टरों की उपलब्धता की रिपोर्ट तैयार करें। जरूरत के मुताबिक उन्हें बुलाएं। उन्होंने सभी अस्पतालों से कहा कि जो भी मरीज थोड़ा स्वस्थ हो रहे हों, उनके लिए होल्डिंग एरिया तैयार करें। सभी अस्पतालों के एम्बुलेंस को अधिग्रहित करने का निर्देश दिया। अधिकारियों ने बताया कि जिले में वर्तमान 26 एम्बुलेंस व दो लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस की व्यवस्था है। साथ ही दो शववाहिनी भी उपलब्ध है। समीक्षा के दौरान स्वास्थ्य विभाग सहित डॉक्टरों ने एमएलसी के समक्ष हाईफ्लो नोजल कैनूला (एचएफएनसी ) मशीन की डिमांड रखी। इस पर एके शर्मा ने 100 मशीन उपलब्ध कराने के लिए हाईकमान से बात करने का आश्वासन दिया। इस मशीन से ऑक्सीजन तेजी से फेफड़े में पहुंचता है।  इससे सांस की दिक्कत नहीं होती है। फेफड़ा तेजी से काम करने लगता है। 

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