वाराणसी में 'रोटी बैंक' की स्थापना कर गरीबों का पेट भरने वाले युवा सामाजिक कार्यकर्ता किशोरकांत तिवारी का गुरुवार को निधन हो गया। तेज बुखार के चलते हालत बिगड़ने पर उन्हें रविंद्रपुरी स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।
कुछ दिन पहले किशोर ने फेसबुक लाइव के जरिए दो वीडियो शेयर किए थे। एक वीडियो में उन्होंने बताया था कि उन्होंने सारी जांच करा ली है सिर्फ टाइफाइड ही निकला और जल्द ही ठीक होने की बात कही थी। उन्होंने कोरोना को हल्के में नहीं लेने की लोगों को सीख भी दी थी। उनके वीडियो अब वायरल हो रहे हैं।
बताया जा रहा है कि पिछले 5 दिनों से हालत खराब होने पर दो प्राइवेट अस्पताल में उनका इलाज कराया गया। दो दिन पहले ही उनकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई। इसके बाद उनकी हालत और खराब होती गई। मूल रूप से बिहार के सासाराम में रहने वाले किशोरकांत लंका सामनेघाट स्थित महेश नगर कॉलोनी में परिवारी के साथ रहते थे। 2017 में उन्होंने वाराणसी में रोटी बैंक खोलकर गरीबों का पेट भरना शुरू किया था। साथियों के साथ किशोरकांत शहर में शादी विवाह, तेरही, बर्थडे पार्टी या अन्य मांगलिक कार्यों में बचे भोजन को जुटाने के बाद शहर के विभिन्न इलाकों में घूमकर गरीबों को बांटते थे।
काशी में कोई भूखा न सोए, ऐसी सोच रखने वाले किशोरकांत ने लोगों के सहयोग से रामनगर में ताजा भोजन बनाने के लिए रसोईघर भी शुरू किया था। रोटी बैंक ने पिछले वर्ष कोरोना विभीषिका में लॉकडाउन के दौरान हजारों लोगों को दो वक्त की रोटी मुहैया कराई थी।
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