कोविड से बचाव करते हुए पूर्ण गुणवत्ता से समय पर पूर्ण कराये जाएं कार्य
जलशक्ति मंत्री डाॅ0 महेन्द्र सिंह का अधिकारियों को निर्देश
बाढ़ से पूर्व की तैयारियां मानसून से पहले पूर्ण की जायें
लखनऊ, दिनांकः 30 अप्रैल, 2021
आज दिनांक 30 अप्रैल, 2021 को जलशक्ति मंत्री डाॅ0 महेन्द्र सिंह जी द्वारा सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग की मासिक समीक्षा बैठक में फील्ड के अधिकारियों से वीडियो काॅन्फ्रेसिंग द्वारा संवाद किया गया। अपने सम्बोधन में उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वर्तमान में कोविड की दूसरी लहर के दृष्टिगत परिस्थितियां विपरीत हैं तथा काफी संख्या में विभाग के अधिकारी/ कर्मचारी भी इससे प्रभावित हुए हैं। इन परिस्थितियों के लिए काफी हद तक कोविड प्रोटोकाल के पालन में हुई लापरवाही भी कारण है। समीक्षा बैठक में बोलते हुए डाॅ0 महेन्द्र सिंह ने कहा कि विभाग के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को अपना दायित्व निर्वहन करते हुए स्वयं को तो कोविड से बचाना ही है साथ ही अपने परिवार, अपने कर्मचारी साथियों तथा साइट पर कार्य कर रहे श्रमिकों को भी बचाना है। उन्होंने निर्देशित किया कि कोविड के लक्षण दिखाई देते ही यह मानकर तत्काल इलाज प्रारम्भ कर देना चाहिए कि यह कोविड ही होगा तथा ब्लड टेस्ट, आरटीपीसीआर इत्यादि की रिपोर्ट की प्रतीक्षा नहीं करनी चाहिए। डाॅ0 महेन्द्र सिंह ने कहा कि विभाग को 1000-1500 या आवश्यकतानुसार कोविड की दवाइयों की प्रोटोकाल के अनुसार किट तैयार रखनी चाहिए तथा किसी भी कर्मचारी में लक्षण दिखाई देते ही उपलब्ध करा दिया जाना चाहिए। विभागीय अधिकारियों के मनोबल को बनाये रखने की आवश्यकता है जिसके लिए उन्होंने कहा कि किसी भी आकस्मिक आवश्यकता जैसे अस्पताल में दाखिला या आॅक्सीजन की आवश्यकता के लिए उन्हें अवगत कराया जाय ताकि वे यथासंभव उनकी उपलब्धता सुनिश्चित कर सकें। विभागीय कार्यों के संदर्भ में जलशक्ति मंत्री डाॅ0 महेन्द्र सिंह ने अधिकारियों का आवाह्न कि कोविड की आपदा की आड़ में कार्यस्थल पर कार्यों की गुणवत्ता प्रभावित न होने पाये अपने सम्बोधन के माध्यम से मंत्री जी ने कार्यरत ठेकेदारों को भी आगाह किया कि महामारी की ओट लेकर यदि किसी भी ठेकेदार के कार्य में गुणवत्ता का अभाव अथवा अधूरा कार्य मिला तो उसका भुगतान कतई नहीं किया जायेगा। मंत्री जी ने प्रेस को अवगत कराया कि इस वर्ष बाढ़ के कार्य जनवरी में ही प्रारम्भ करने का निर्णय किया गया था जिससे अब तक काफी प्रगति हो चुकी है और वर्षाकाल के पूर्व उन्हें सुरक्षित स्तर तक पूर्ण कर लिया जायेगा। यदि यह निर्णय नहीं लिया गया होता तो इस महामारी में कार्यों के नियोजन में अत्यधिक कठिनाई होती तथा कार्य पूर्ण करना भी संभव नहीं हो पाता। कार्यस्थलों पर कार्य जारी रह सके इसके दृष्टिगत मंत्री जी द्वारा श्रमिकों को भी कोविड किट उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।
समीक्षा बैठक में अपर मुख्य सचिव श्री टी0 वेंकटेश, प्रमुख अभियन्ता एवं विभागाध्यक्ष श्री वी0के0 निरंजन, प्रमुख अभियन्ता परिकल्प एवं नियोजन श्री ए0के0 सिंह, प्रमुख अभियन्ता परियोजना श्री मुश्ताक अहमद व प्रमुख अभियन्ता यांत्रिक, श्री देवेन्द्र अग्रवाल सहित फील्ड के समस्त मुख्य अभियन्ता व अधीक्षण अभियन्ताओं द्वारा प्रतिभाग किया गया
जलशक्ति मंत्री डाॅ0 महेन्द्र सिंह का अधिकारियों को निर्देश
बाढ़ से पूर्व की तैयारियां मानसून से पहले पूर्ण की जायें
लखनऊ, दिनांकः 30 अप्रैल, 2021
आज दिनांक 30 अप्रैल, 2021 को जलशक्ति मंत्री डाॅ0 महेन्द्र सिंह जी द्वारा सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग की मासिक समीक्षा बैठक में फील्ड के अधिकारियों से वीडियो काॅन्फ्रेसिंग द्वारा संवाद किया गया। अपने सम्बोधन में उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वर्तमान में कोविड की दूसरी लहर के दृष्टिगत परिस्थितियां विपरीत हैं तथा काफी संख्या में विभाग के अधिकारी/ कर्मचारी भी इससे प्रभावित हुए हैं। इन परिस्थितियों के लिए काफी हद तक कोविड प्रोटोकाल के पालन में हुई लापरवाही भी कारण है। समीक्षा बैठक में बोलते हुए डाॅ0 महेन्द्र सिंह ने कहा कि विभाग के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को अपना दायित्व निर्वहन करते हुए स्वयं को तो कोविड से बचाना ही है साथ ही अपने परिवार, अपने कर्मचारी साथियों तथा साइट पर कार्य कर रहे श्रमिकों को भी बचाना है। उन्होंने निर्देशित किया कि कोविड के लक्षण दिखाई देते ही यह मानकर तत्काल इलाज प्रारम्भ कर देना चाहिए कि यह कोविड ही होगा तथा ब्लड टेस्ट, आरटीपीसीआर इत्यादि की रिपोर्ट की प्रतीक्षा नहीं करनी चाहिए। डाॅ0 महेन्द्र सिंह ने कहा कि विभाग को 1000-1500 या आवश्यकतानुसार कोविड की दवाइयों की प्रोटोकाल के अनुसार किट तैयार रखनी चाहिए तथा किसी भी कर्मचारी में लक्षण दिखाई देते ही उपलब्ध करा दिया जाना चाहिए। विभागीय अधिकारियों के मनोबल को बनाये रखने की आवश्यकता है जिसके लिए उन्होंने कहा कि किसी भी आकस्मिक आवश्यकता जैसे अस्पताल में दाखिला या आॅक्सीजन की आवश्यकता के लिए उन्हें अवगत कराया जाय ताकि वे यथासंभव उनकी उपलब्धता सुनिश्चित कर सकें। विभागीय कार्यों के संदर्भ में जलशक्ति मंत्री डाॅ0 महेन्द्र सिंह ने अधिकारियों का आवाह्न कि कोविड की आपदा की आड़ में कार्यस्थल पर कार्यों की गुणवत्ता प्रभावित न होने पाये अपने सम्बोधन के माध्यम से मंत्री जी ने कार्यरत ठेकेदारों को भी आगाह किया कि महामारी की ओट लेकर यदि किसी भी ठेकेदार के कार्य में गुणवत्ता का अभाव अथवा अधूरा कार्य मिला तो उसका भुगतान कतई नहीं किया जायेगा। मंत्री जी ने प्रेस को अवगत कराया कि इस वर्ष बाढ़ के कार्य जनवरी में ही प्रारम्भ करने का निर्णय किया गया था जिससे अब तक काफी प्रगति हो चुकी है और वर्षाकाल के पूर्व उन्हें सुरक्षित स्तर तक पूर्ण कर लिया जायेगा। यदि यह निर्णय नहीं लिया गया होता तो इस महामारी में कार्यों के नियोजन में अत्यधिक कठिनाई होती तथा कार्य पूर्ण करना भी संभव नहीं हो पाता। कार्यस्थलों पर कार्य जारी रह सके इसके दृष्टिगत मंत्री जी द्वारा श्रमिकों को भी कोविड किट उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।
समीक्षा बैठक में अपर मुख्य सचिव श्री टी0 वेंकटेश, प्रमुख अभियन्ता एवं विभागाध्यक्ष श्री वी0के0 निरंजन, प्रमुख अभियन्ता परिकल्प एवं नियोजन श्री ए0के0 सिंह, प्रमुख अभियन्ता परियोजना श्री मुश्ताक अहमद व प्रमुख अभियन्ता यांत्रिक, श्री देवेन्द्र अग्रवाल सहित फील्ड के समस्त मुख्य अभियन्ता व अधीक्षण अभियन्ताओं द्वारा प्रतिभाग किया गया
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