फाॅल आर्मी वर्म कीट से सतर्क रहें मक्का किसान: कृषि रक्षा अधिकारी
बहराइच 07 अप्रैल। कृषि रक्षा अधिकारी आर.डी. वर्मा ने बताया कि वर्तमान समय में वातावरण की नमी और तापमान को देखते हुए मक्के की फसल में फाॅल आर्मी वर्म एवं तना भेदक कीट लगने की संभावना है। फाॅल आर्मी वर्म कीट मक्के की फसल मेें पौधांे के तनों एवं पत्तियों को काटकर बर्बाद कर देता है, जिससे मक्के की फसल बहुत तेजी से नष्ट हो जाती है। 
मक्के की फसल पर लगने वाले फाॅल आर्मी वर्म कीट के पहचान की जानकारी देते हुए श्री वर्मा ने बताया कि कीट के सिर पर अंग्रेजी वर्णमाला से उल्टा वाई के आकार का चिन्ह बना होता है तथा सिर के तरफ से आठवें खण्ड पर चार काले रंग के गोल चिन्ह होते हैं। इस कीट का प्रकोप होने से मक्के की पत्तियों व तनों पर लकड़ी के बुरादे जैसा पदार्थ दिखायी देता है तथा मक्के की फसल में लगने वाले तना छेदक सूडी जैसा लारवा भी दिखाई देता है। 
कृषि रक्षा अधिकारी श्री वर्मा ने बताया कि उक्त कीट के प्रकोप को देखते हुए जनपद के समस्त विकास खण्ड में सहायक विकास अधिकारी (कृषि रक्षा) के नेतृत्व में टीम बनाकर लगातार निगरानी का कार्य किया जा रहा है और उनके द्वारा स्वयं भी क्षेत्रीय भ्रमण के माध्यम से प्रतिदिन निगरानी की जा रही है। मक्का फसलों की सुरक्षा के दृष्टिगत श्री वर्मा ने किसानों को मक्के के फसल की लगातार निगरानी करने की सलाह देते हुए कहा है कि फसल में कीट लगने अथवा लक्षण दिखाई देने की दशा में तत्काल सम्बन्धित विकास खण्ड के कृषि रक्षा इकाई पर सम्पर्क करंे। 
श्री वर्मा ने बताया कि फाॅल आर्मी वर्म कीट के नियंत्रण हेतु साइपरमेथ्रिन 25 प्रति. की 1.मि.ली./ली. पानी अथवा क्लोरपायरीफाॅस 50 प्रति 2-3 मि.ली./ली. पानी अथवा नीम आॅयल 4-5 मि.ली./ली. पानी अथवा क्लोरेन्ट्रानिलीप्रोल 18.5 प्रति एस.सी. 0.4 मि.ली./प्रति लीटर पानी अथवा इमामेक्टिम बेनजोएट 0.4 ग्राम/ली. पानी के साथ घोल बनाकर छिड़काव करें। इसके अतिरिक्त 35-40 फेरोमेन ट्रेप प्रति हेक्टेयर या यांत्रिक विधि के तौर पर प्रकाश प्रपंच का प्रयोग भी किया जा सकता है।
उन्होंने किसानों को यह भी सलाह दी है कि उक्त कीट के लगने की दशा में रोगग्रस्त फसल/पौधे के फोटो के साथ विभागीय पी.सी.एस.आर.एस. मो.नं 9452247111 एवं 9452257111 पर व्हाटसएप अथवा मैसेज के माध्यम से शिकायत कर सकते हैं। सभी किसानों से यह भी अपेक्षा की गयी है कि समस्या लिखते समय अपना पूरा नाम व ग्राम, विकास खण्ड एवं तहसील आदि के नाम सहित पूरा पता भी अवश्य अंकित करें। उन्होंने बताया कि समस्या का समाधान 48 घंटे के भीतर कर दिया जायेगा।


तहसील सदर से चंद्रशेखर अवस्थी की रिपोर्ट।

Post a Comment

If you have any doubts, please let me know

और नया पुराने