वाराणसी. इस महामारी के दौर में लोगों को बड़ी संख्या में एंबुलेंस के लिए घंटों का इंतजार करना पड़ रहा है. सरकारी अस्पतालों में मरीजों के छह-छह घंटे तक एंबुलेस का इंतजार करने के बावजूद एंबुलेंस मिलने की कोई गारंटी नहीं है. वहीं निजी एंबुलेंस के चालक तो मरीजों को अस्पताल पहुंचाने के लिए मनमाना किराया वसूल रहे है. केवल दो किलोमीटर की दूरी के लिए चार हजार रूपये तक के भुगतान की मांग की जा रही है. जिसमें मोलभाव करने पर ये एंबुलेंस चालक मरीजों को लेकर जाने से ही इंकार कर दे रहे है.

जिले में कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार बढ़त होती जा रही है. बेहतर चिकित्सा सुविधा पाने के लिए आस-पास के जिलों के मरीज भी बड़ी संख्या में यहाँ आ रहे है. लेकिन निजी एंबुलेंस के चालक उनसे अपनी मनमर्जी का किराया वसूल रहे है. यहाँ तक की नॉन कोविड मरीज भी अस्पताल जाने के लिए अतिरिक्त किराया देने को मजबूर है. कोरोना मरीजों के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से रिजर्व 15 एंबुलेंस के साथ ही जरूरत पड़ने पर निजी अस्पताल की एंबुलेंस का भी उपयोग किया जा रहा है. इसके बावजूद जिले में एंबुलेंस की कमीं बनी हुई है.कबीरचौरा अस्पताल में एंबुलेंस के लिए लोगों को घंटों तक इंतजार करना पड़ रहा है. यहाँ की इमरजेंसी में रोजाना 75 से 100 मरीज पहुंच रहे है. जिसमें जांच के बाद करीब 40-50 की रिपोर्ट पॉजिटिव मिलती है. जिसके बाद इन्हें अस्पताल में भर्ती कराने की व्यवस्था की जाती है. जिसके लिए शासकीय एंबुलेंस आती है. लेकिन यहाँ पर लोग पांच-पांच घंटे तक एंबुलेंस का ही इंतजार करते रहते है.

Post a Comment

If you have any doubts, please let me know

और नया पुराने