मंगलवार को बार एशोसिएशन उतरौला अध्यक्ष प्रहलाद यादव के अध्यक्षता में अधिवक्ताओं ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी चौराहे पर चक्का जाम कर उप निरीक्षक विपुल कुमार पांडे को बर्खास्त किए जाने की मांग की। अधिवक्ताओं ने पुलिस के खिलाफ उप जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन अपराध निरीक्षक मोहम्मद यासीन खान को सौंपा।
ज्ञापन में कहा है कि कोतवाली उतरौला की पुलिस द्वारा निरीह व मजबूर तथा सम्मानित व्यक्तियों का लगातार उत्पीड़न कर फर्जी मुकदमे में जेल भेजा जा रहा है। जिस कारण जनमानस में काफी आक्रोश व्याप्त हो रहा है। उतरौला पुलिस द्वारा अधिवक्ता संघ के सम्मानित सदस्य कृष्ण गोपाल एडवोकेट के पुत्र चंद्रशेखर उर्फ पिंटू को 3 अप्रैल 2021 को सुबह साढ़े दस बजे उपनिरीक्षक विपुल कुमार पाण्डेय व दो अन्य सिपाही ग्राम गुरुदयाल डीह स्थित आवास से पकड़ कर थाने लाए। तथा घर की महिलाओं के साथ उपनिरीक्षक व सिपाहियों द्वारा अभ्रदता की गई।और फर्जी तरीके से अबैध तमंचा दिखाकर जेल भेज दिया गया। इस मामले में जब प्रभारी निरीक्षक पंकज कुमार सिंह से वार्ता की गई तो उन्होंने मामले की कोई जानकारी न होने की बात कही। इस घटना को लेकर अधिवक्ताओं की बैठक कर पुलिस की कार्यशैली की निंदा की गई।बैठक में सर्वसम्मति से उक्त मामले को लेकर चरणबद्ध, शांतिपूर्वक आंदोलन की रुपरेखा तय हुई। बैठक में दोषी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किए जाने व कोतवाली में तैनात निरीक्षकों के विरुद्ध तत्काल कार्रवाई करते हुए उनकी सेवा कार्य मुक्त किए जाने की मांग की गई।
इस मौके पर महामंत्री अखिलेश कुमार सिंह, दीपक गुप्ता, विरेन्द्र सिन्हा, राजन श्रीवास्तव, आशीष कसौधन, धर्मराज यादव, निजामुद्दीन अंसारी, रामचंद्र यादव, अखिलेश यादव, मोहसिन इदरीस खान, शशांक श्रीवास्तव,प्रवेश गुप्ता,विनीश, गुप्ता , अजीत मौर्या, देवेन्द्र कुमार निषाद आदि मौजूद रहे।
असगर अली
उतरौला
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