कोरोना ने बरेका के समर्पित कर्मचारी एवं होनहार फुटबाल खिलाड़ी लालजी प्रसाद को भी छीन लिया। बरेका खेलकूद संघ की फुटबाल टीम में सेंटर हॉफ पोजीशन पर खेलने वाले लालजी प्रसाद का गत बुधवार को कोरोना से निधन हो गया। उनका उपचार बरेका चिकित्सालय में किया जा रहा था। बुधवार की शाम उनकी हालत बिगड़ने के बाद उन्हें बीएचयू ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया।

उनके परिजनों ने बेटावर स्थित श्मशान घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया। वह अपने पीछे पत्नी, दो पुत्र एवं एक पुत्री छोड़ गए हैं। बरेका फुटबॉल अकादमी के कोच विनोद कन्नौजिया ने बताया कि नाथूपुर निवासी लालजी प्रसाद 1979 बैच में बरेली हॉस्टल में चयनित हुए थे और 1982 में तत्कालीन डीरेका से जुड़े थे। लालजी प्रसाद राष्ट्रीय पर्व 15 अगस्त एवं 26 जनवरी को बरेका स्टेडियम में होने वाले समारोह के लिए राष्ट्रीय ध्वज स्थल को सजाने में अपना विशेष योगदान करते थे। वह 30 नवंबर को सेवानिवृत्त होने वाले थे। उनके निधन से प्रदेश भर के फुटबाल खिलाड़ियों में शोक व्याप्त है। गुरुवार को खिलाड़ियों की ओर से ऑनलाइन शोक सभा हुई। इसमें देहरादून से फुटबाल प्रशिक्षक भीम बहादुर खत्री, सहारनपुर से वीरेंद्र बोरा, कवलजीत सिंह, कानपुर से आरजी. पाल तथा वाराणसी से आरवी गिल, मनोज मांझी, जैश्री प्रसाद, दूधनाथ, रामजी, राकेश जोशी, भीम सेन, आनंद लाल, नूर आलम ने उनके प्रति शोक संवेदना व्यक्त की।

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