उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में मां विंध्यवासिनी मंदिर में चैत्र नवरात्र के पहले दिन श्रद्धालुओं की भीड़ दिख रही है। यहां आस्था के बीच कोरोना का डर बिल्कुल नहीं दिख रहा है। मंगलवार को नवरात्र के पहले दिन शैलपुत्री के रूप में मां विंध्यवासिनी माता का विधि विधान से पूजन अर्चन किया गया। सुबह में मंगला आरती श्रृंगार के बाद सुबह छह बजे से दर्शन-पूजन का दौर शुरू हो गया। हजारों भक्तों ने मां के दरबार मे हाजिरी लगाई।
मां विंध्यवासिनी मंदिर परिसर में गाइड लाइन के साथ श्रद्धालुओं को दर्शन पूजन कराया जा रहा है। हालांकि परिसर में जबरदस्त भीड़ रही। हालांकि सोशल डिस्टेंसिंग का कही पालन दिख रही है। लेकिन लोगों को मास्क व सीमित संख्या के साथ ही मंदिर में प्रवेश दिया जा रहा है। पूरा परिसर मां के जयकारों से गुंजायमान रहा। मां विंध्यवासिनी मंदिर परिक्रमा पथ में जगह-जगह बैरिकेडिंग तो की गई है, लेकिन कई स्थानों पर छांव की व्यवस्था नहीं की गई है। जिससे तेज धूप में श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
मेले की तैयारी एक पखवारे से अधिक समय से चल रही है, लेकिन विभागीय उदासीनता के कारण अभी तक तैयारी पूरी नहीं हो सकी है। नगर पालिका की ओर से सीवर व नालियों की सफाई तो दूर गलियों में झाड़ू तक नहीं लगवाया जा रहा है। विंध्याचल क्षेत्र की सड़कों और गलियों के साथ ही गंगा घाटों पर जगह-जगह गंदगी के ढेर लग गए हैं। इस वर्ष मुख्य मंदिर सहित अन्य मंदिरों के रंग-रोगन आदि का कार्य कराया नहीं गया।
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