बेड की समस्या आने वाले दिनों में बढ़ने वाली है, क्योंकि जिला प्रशासन की ओर से निजी अस्पतालों को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि ऑक्सीजन की उपलब्धता के हिसाब से बेड पर इलाज शुरू किया जाए। यह भी कहा गया है कि यदि ऑक्सीजन की खपत अस्पताल में बढ़ गयी है तो बेड की संख्या भी घटा दें। गुरुवार तो ऑक्सीजन की उपलब्धता नहीं होने पर गिलट बाजार स्थित त्रिमूर्ति अस्पताल ने पांच कोरोना मरीजों को बीएचयू में शिफ्ट कर दिया।
कोरोना के बढ़ रहे मरीजों का इलाज करने के लिए तय निजी अस्पतालों ने काफी तेजी से भर्ती शुरू कर दिया। हालांकि अस्पताल में बेड के सापेक्ष ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं होने से इसकी शिकायत जिला प्रशासन के पास पहुंचने लगी। ऑक्सीजन आपूर्ति की व्यवस्था को जिला प्रशासन ने अपने हाथों में ले लिया है। लिहाजा, निजी अस्पताल अब प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं। विगत दिनों में कई अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत से अफरातफरी मच गयी थी। जिसके कारण को प्रशासन को आपाधापी में व्यवस्था करनी पड़ी। बुधवार को कुछ ऐसा ही वाकया गिलट बाजार स्थित त्रिमूर्ति अस्पताल में हो गया। लिहाजा, प्रशासन की पहल पर ऑक्सीजन की व्यवस्था की गयी। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने निजी अस्पतालों को दो टूक निर्देश दिया है कि ऑक्सीजन की सुविधा के हिसाब से मरीजों को भर्ती करें। इसके बाद से गुरुवार को निजी अस्पातलों ने मरीजों को भर्ती लेने से हाथ खड़े कर दिये।
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