असाधारण प्रतिभावान और कंधों पर कप्तानी का अतिरिक्त दायित्व ऋषभ पंत के लिए आईपीएल के इस सीजन में बड़ी प्रेरणा बन सकता है। पिछली बार फाइनल में पहुंची दिल्ली कैपिटल्स इस बार पहला खिताब जीतने का लक्ष्य लेकर उतरेगी। मजबूत बल्लेबाजी पंक्ति और दमदार तेज गेंदबाजी दिल्ली की टीम के दावे को मजबूती प्रदान करते हैं। दिल्ली का पहला मैच 10 अप्रैल को महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपरकिंग्स से होगा।
विकेटकीपर बल्लेबाज पंत को एक हफ्ते पहले ही कप्तानी का दायित्व सौंपा गया है जब नियमित कप्तान श्रेयस अय्यर कंधे की चोट के कारण इस सीजन से बाहर हो गए। श्रेयस को इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज के दौरान क्षेत्ररक्षण करते समय चोट लगी थी। पिछली दो बार से टीम लगातार बेहतर कर रही है। 2019 में टीम सात साल बाद प्ले ऑफ में पहुंचकर दूसरी उपविजेता बनी थी। उसके बाद पिछले साल यूएई में हुए टूर्नामेंट में खिताब की दहलीज तक पहुंची।
विकेटकीपर बल्लेबाज पंत को एक हफ्ते पहले ही कप्तानी का दायित्व सौंपा गया है जब नियमित कप्तान श्रेयस अय्यर कंधे की चोट के कारण इस सीजन से बाहर हो गए। श्रेयस को इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज के दौरान क्षेत्ररक्षण करते समय चोट लगी थी। पिछली दो बार से टीम लगातार बेहतर कर रही है। 2019 में टीम सात साल बाद प्ले ऑफ में पहुंचकर दूसरी उपविजेता बनी थी। उसके बाद पिछले साल यूएई में हुए टूर्नामेंट में खिताब की दहलीज तक पहुंची।
शिखर और शॉ पर जिम्मा
दिल्ली की टीम इस सीजन में सबसे संतुलित टीमों में से एक है। शीर्ष क्रम में बाएं हाथ के अनुभवी बल्लेबाज शिखर धवन, पृथ्वी शॉ और अजिंक्य रहाणे जैसे बल्लेबाज हैं। मध्यक्रम में कप्तान पंत के अलावा मार्कस स्टोइनिस और शिमरॉन हेतमायर और सैम बिलिंग्स इस बार श्रेयस अय्यर की कमी को पूरा करना चाहेंगे। पंत ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ अपने जबर्दस्त प्रदर्शन से मैच विजेता की अपनी छवि को और मजबूत किया है। ऑलराउंडर स्टोइनिस और बिलिंग्स को भी यह सुनिश्चित करना होगा कि टीम शानदार प्रदर्शन करने में सफल रहे। पृथ्वी शॉ भी लय में हैं, उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी में 827 रन बनाए थे। इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में भी उन्होंने 98 और 67 रन की पारी खेली थी। ऑस्ट्रेलियाई धुरंधर स्टीव स्मिथ के आने से टीम को और बल मिला है।
दिल्ली की टीम इस सीजन में सबसे संतुलित टीमों में से एक है। शीर्ष क्रम में बाएं हाथ के अनुभवी बल्लेबाज शिखर धवन, पृथ्वी शॉ और अजिंक्य रहाणे जैसे बल्लेबाज हैं। मध्यक्रम में कप्तान पंत के अलावा मार्कस स्टोइनिस और शिमरॉन हेतमायर और सैम बिलिंग्स इस बार श्रेयस अय्यर की कमी को पूरा करना चाहेंगे। पंत ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ अपने जबर्दस्त प्रदर्शन से मैच विजेता की अपनी छवि को और मजबूत किया है। ऑलराउंडर स्टोइनिस और बिलिंग्स को भी यह सुनिश्चित करना होगा कि टीम शानदार प्रदर्शन करने में सफल रहे। पृथ्वी शॉ भी लय में हैं, उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी में 827 रन बनाए थे। इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में भी उन्होंने 98 और 67 रन की पारी खेली थी। ऑस्ट्रेलियाई धुरंधर स्टीव स्मिथ के आने से टीम को और बल मिला है।
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know