अयोध्या 25 मार्च 2021 (सूवि)ः-साध्य, साधना व साधक इन तीनो की संगति को परिभाषित करते साधनाश्रम का पूर्व आईएएस व विधान परिषद सदस्य श्री अरविंद कुमार शर्मा, श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चम्पतराय, न्यायमूर्ति डीपी सिंह, मण्डलायुक्त श्री एमपी अग्रवाल जिलाधिकारी श्री अनुज कुमार झा, डीआईजी श्री दीपक कुमार ने वेदमंत्रों की मधुर ध्वनि के बीच लोकापर्ण किया। कनक भवन रोड स्थित रामकोट श्रीराम आश्रम में रामभक्तों व अयोध्या आने वाले साधकों के लिए यह साधनाश्रम उपलब्ध रहेगा।
पूर्व आईएएस व विधानपरिषद सदस्य अरविंद शर्मा ने कहा कि अयोध्या आना सौभाग्य का विषय है। कुछ हफ्ते पहले अयोध्या आया था तो हनुमानगढ़ी का दर्शन करके लौट गया था। इस बार यहां के डिप्टी डायरेक्टर सूचना डा मुरलीधर सिंह के बुलाने पर आया हूं। इलाहाबाद में पढ़ाई के दौरान हम एक कमरे मे रहते थे। वैसे तो मै तीन भाई हूं परन्तु मेरे जीवन में चैथे भाई के रुप में डा मुरलीधर सिंह का स्थान है।
उन्होने कहा कि उनके योगदान व पहल से तैयार साधनाश्रम में अयोध्या आने वाले रामभक्तों को साधना हेतु उपयुक्त स्थान मिलेगा। अयोध्या की धरती का वर्णन करना अपने आप में कठिन है। यहां आकर संतो का दर्शन मिलता है। हमारे धर्म में संतो व गुरु को ईश्वर से बड़ा स्थान दिया गया है। क्योकिं ईश्वर के बारें में जानकारी हमें संत ही देते है।
न्यायमूर्ति श्री डीपी सिंह जो इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश रहे है तथा अयोध्या धरती के कर्मा गांव के निवासी है। उक्त अवसर पर न्यायमूर्ति ने कहा कि भगवान राम ने जो संतो एवं ब्राहमणों के सम्मान की परिपाटी चलाई थी उसी परिपाटी को हम लोग आगे बढ़ाते है तथा हम लोग सूर्यवंशी है इस आश्रम के विकास में जो भी मद्द होगा हम एवं मेरा परिवार करेगा। उनके परिवार के उनके अनुज श्री राजेश कुमार सिंह, श्री राजेन्द्र सिंह ने भी इस पर सहमति व्यक्त की।
मण्डलायुक्त श्री एमपी अग्रवाल ने अचानक विशिष्ट कार्यक्रम एवं गैरजनपद भ्रमण के कारण इस कार्यक्रम के लिए अपनी शुभकामना दी तथा कहा कि ऐसे आश्रमों के विकास के लिए हम नियमानुसार मद्द करायेंगें। जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने कहा कि जो भक्त अयोध्या दर्शन व पूजन के लिए आते है उनको यहां एक अच्छा स्थान मिल जायेगा। यहां रहकर अनुष्ठान व पूजन पद्धति की शिक्षा ग्रहण करने वालों को रहने के लिए निःशुल्क स्थान भी उपलब्ध होगा।
डीआईजी/एसएसपी श्री दीपक कुमार ने कहा कि वैष्णव परम्परा के प्रसिद्ध संत श्री रामपदारथ दास वेदान्ती के पीढ़ी के श्री बालमुकुन्द वेदान्ती जी, श्री प्रभुदास जी इस संत परम्परा से रघुदास शास्त्री जी इस संत परम्परा को श्री जयरामदास शास्त्री आगे बढ़ा रहे है। मै इनकों अपने भाई डा मुरलीधर सिंह को ऐसी परम्परा बढ़ाने और सहयोग करने के लिए मै बधाई देता हूं तथा मै भी मद्द करने में आगे आउंगा। नगर आयुक्त श्री विशाल सिंह ने कहा कि हम काशी में जन्में पले बढ़े। मेरे पिता जी संत अतुलानंद जी के परमभक्त थे। जो वाराणसी के सिद्ध संत थे। जब संतो का सम्मान होता है तो मै अपना धर्म समझता हूं। अपना संस्कार समझता हूं कि मै मद्द करु मै इस आश्रम के और संत आश्रम के विकास के लिए माननीय मुख्यमंत्री जी के निर्देश के क्रम में मै कृतसंकल्पित हूं।
उक्त अवसर पर उपनिदेशक सूचना डा मुरलीधर सिंह ने कहा कि आज के एक वर्ष पूर्व श्री रामलला का विग्रह नये मंदिर में स्थापित हुआ था तथा आज उसी वर्षगांढ के साथ साथ आज रंगभरी एकादशी है। इस अवसर पर इस साधनाश्रम को लोकापर्ण के लिए आये हुए महानुभाव कोई न्याय क्षेत्र का, कोई धर्म क्षेत्र का, कोई प्रशासनिक क्षेत्र का, कोई मीडिया क्षेत्र का स्तम्भ है। हम सनातन धर्मावलम्बियों को, सनातन संस्कृति एवं आश्रम के विकास में मद्द करनी चाहिए। क्योंकि साधू महात्मा ने जब किसी को आर्शीवाद देते है तो फलित होता है। ऐसी परम्परा का इस भक्ति के महर्षि वशिष्ठ, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि भारद्वाज, महर्षि याज्ञवल्क, महर्षि जाबालि ने परम्परा हो आगे बढ़ाया है। हम गृहस्थों, अधिकारियों को आश्रमों के विकास, साधू संतो की चिंताए करनी चाहिए इस राष्ट्र का विकास होगा एवं हमारे प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री जी का यही संकल्प है। उसी के क्रम में यह साधनाश्रम बना है जो साधू संतो को साधना करायेगा और राष्ट्रवाद व मानवतावाद की अलख इस धरती से जगायेगा व आये हुए सभी महापुरुषो को नमन करते हुए हम अपने प्रिय मीडिया साथियों को हार्थिक आभार व्यक्त करते है तथा नमन करते है। उक्त अवसर पर श्रीरामआश्रम के महंत एवं युवा संत श्रीजयरामदास ने कहा कि हमारे गुरु जी का यह सपना था कि साधनाश्रम बने उसी कड़ी में हमारे भाई मुरलीधर जी आये इनपर गुरु जी का बहुत विश्वास था इनसे इन्होने आश्रम विकास की चर्चा की। इन्होने संकल्प किया कि आश्रम एक साल में बन जायेगा। कोरोना के कारण कुछ विलम्ब हुआ और हमारे गुरुजी नित आश्रम का निर्माण आकर देखते थे तथा उनका संकल्प था कि जब साधनाश्रम बन जायेगा तब हम साकेत गमन करेंगे। उन्हीं की याद में आश्रम बन गया तथा उनका सितम्बर माह में साकेतगमन हो गया। हमारे गुरुश्री प्रभुदास जी एवं उनके गुरुभाई बालमुकुन्द वेदान्ती जी जिनको हनुमान जी का साक्षात्कार था व आर्शीवाद मिला व आप सबके सहयोग से इसका आज लोकापर्ण/समपर्ण हो रहा है। मै आये हुए सभी को बधाई भी देता हूं तथा आगमन के लिए अभार भी व्यक्त करता हूं।
इस अवसर पर महंत रामानंददास जी, पूर्व सांसद विनय कटियार, आरएसएस के प्रांत प्रचारक कौशल, रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के सदस्य डा अनिल मिश्रा, महापौर ऋषिकेश उपाध्याय, कांग्रेस नेता राजेन्द्र प्रताप सिंह, लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकार श्री सतीश प्रधान, केके मिश्रा, ंसंतोष झा, अयोध्याकोतवाली प्रभारी निरीक्षक श्री अशोक सिंह, अग्नि शमन अधिकारी राजकिशोर राय,नवनीतजी डा आभा सिंह, डा अशोक कन्नौजिया सहित बड़ी संख्या में पत्रकारों की मौजूदगी रही। इस दौरान 21 बटुक ब्राहमणो के द्वारा वैदिक सनातन संस्कृति के अनुसार स्वास्तिक वाचन किया गया। उक्त अवसर पर मीडियाकर्मी एवं गणमान्य व्यक्तियों में उत्साह था तथा रंगभरी एकादशी होने के कारण सबको गुलाल भी लगाया गया।
विधान परिषद सदस्य श्री अरविन्द शर्मा ने इस कार्यक्रम के अगले चरण में श्रीरामलला का दर्शन पूजन किया। उनके साथ डीआईजी/एसएसपी, उपनिदेशक सूचना एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
पूर्व आईएएस व विधानपरिषद सदस्य अरविंद शर्मा ने कहा कि अयोध्या आना सौभाग्य का विषय है। कुछ हफ्ते पहले अयोध्या आया था तो हनुमानगढ़ी का दर्शन करके लौट गया था। इस बार यहां के डिप्टी डायरेक्टर सूचना डा मुरलीधर सिंह के बुलाने पर आया हूं। इलाहाबाद में पढ़ाई के दौरान हम एक कमरे मे रहते थे। वैसे तो मै तीन भाई हूं परन्तु मेरे जीवन में चैथे भाई के रुप में डा मुरलीधर सिंह का स्थान है।
उन्होने कहा कि उनके योगदान व पहल से तैयार साधनाश्रम में अयोध्या आने वाले रामभक्तों को साधना हेतु उपयुक्त स्थान मिलेगा। अयोध्या की धरती का वर्णन करना अपने आप में कठिन है। यहां आकर संतो का दर्शन मिलता है। हमारे धर्म में संतो व गुरु को ईश्वर से बड़ा स्थान दिया गया है। क्योकिं ईश्वर के बारें में जानकारी हमें संत ही देते है।
न्यायमूर्ति श्री डीपी सिंह जो इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश रहे है तथा अयोध्या धरती के कर्मा गांव के निवासी है। उक्त अवसर पर न्यायमूर्ति ने कहा कि भगवान राम ने जो संतो एवं ब्राहमणों के सम्मान की परिपाटी चलाई थी उसी परिपाटी को हम लोग आगे बढ़ाते है तथा हम लोग सूर्यवंशी है इस आश्रम के विकास में जो भी मद्द होगा हम एवं मेरा परिवार करेगा। उनके परिवार के उनके अनुज श्री राजेश कुमार सिंह, श्री राजेन्द्र सिंह ने भी इस पर सहमति व्यक्त की।
मण्डलायुक्त श्री एमपी अग्रवाल ने अचानक विशिष्ट कार्यक्रम एवं गैरजनपद भ्रमण के कारण इस कार्यक्रम के लिए अपनी शुभकामना दी तथा कहा कि ऐसे आश्रमों के विकास के लिए हम नियमानुसार मद्द करायेंगें। जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने कहा कि जो भक्त अयोध्या दर्शन व पूजन के लिए आते है उनको यहां एक अच्छा स्थान मिल जायेगा। यहां रहकर अनुष्ठान व पूजन पद्धति की शिक्षा ग्रहण करने वालों को रहने के लिए निःशुल्क स्थान भी उपलब्ध होगा।
डीआईजी/एसएसपी श्री दीपक कुमार ने कहा कि वैष्णव परम्परा के प्रसिद्ध संत श्री रामपदारथ दास वेदान्ती के पीढ़ी के श्री बालमुकुन्द वेदान्ती जी, श्री प्रभुदास जी इस संत परम्परा से रघुदास शास्त्री जी इस संत परम्परा को श्री जयरामदास शास्त्री आगे बढ़ा रहे है। मै इनकों अपने भाई डा मुरलीधर सिंह को ऐसी परम्परा बढ़ाने और सहयोग करने के लिए मै बधाई देता हूं तथा मै भी मद्द करने में आगे आउंगा। नगर आयुक्त श्री विशाल सिंह ने कहा कि हम काशी में जन्में पले बढ़े। मेरे पिता जी संत अतुलानंद जी के परमभक्त थे। जो वाराणसी के सिद्ध संत थे। जब संतो का सम्मान होता है तो मै अपना धर्म समझता हूं। अपना संस्कार समझता हूं कि मै मद्द करु मै इस आश्रम के और संत आश्रम के विकास के लिए माननीय मुख्यमंत्री जी के निर्देश के क्रम में मै कृतसंकल्पित हूं।
उक्त अवसर पर उपनिदेशक सूचना डा मुरलीधर सिंह ने कहा कि आज के एक वर्ष पूर्व श्री रामलला का विग्रह नये मंदिर में स्थापित हुआ था तथा आज उसी वर्षगांढ के साथ साथ आज रंगभरी एकादशी है। इस अवसर पर इस साधनाश्रम को लोकापर्ण के लिए आये हुए महानुभाव कोई न्याय क्षेत्र का, कोई धर्म क्षेत्र का, कोई प्रशासनिक क्षेत्र का, कोई मीडिया क्षेत्र का स्तम्भ है। हम सनातन धर्मावलम्बियों को, सनातन संस्कृति एवं आश्रम के विकास में मद्द करनी चाहिए। क्योंकि साधू महात्मा ने जब किसी को आर्शीवाद देते है तो फलित होता है। ऐसी परम्परा का इस भक्ति के महर्षि वशिष्ठ, महर्षि विश्वामित्र, महर्षि भारद्वाज, महर्षि याज्ञवल्क, महर्षि जाबालि ने परम्परा हो आगे बढ़ाया है। हम गृहस्थों, अधिकारियों को आश्रमों के विकास, साधू संतो की चिंताए करनी चाहिए इस राष्ट्र का विकास होगा एवं हमारे प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री जी का यही संकल्प है। उसी के क्रम में यह साधनाश्रम बना है जो साधू संतो को साधना करायेगा और राष्ट्रवाद व मानवतावाद की अलख इस धरती से जगायेगा व आये हुए सभी महापुरुषो को नमन करते हुए हम अपने प्रिय मीडिया साथियों को हार्थिक आभार व्यक्त करते है तथा नमन करते है। उक्त अवसर पर श्रीरामआश्रम के महंत एवं युवा संत श्रीजयरामदास ने कहा कि हमारे गुरु जी का यह सपना था कि साधनाश्रम बने उसी कड़ी में हमारे भाई मुरलीधर जी आये इनपर गुरु जी का बहुत विश्वास था इनसे इन्होने आश्रम विकास की चर्चा की। इन्होने संकल्प किया कि आश्रम एक साल में बन जायेगा। कोरोना के कारण कुछ विलम्ब हुआ और हमारे गुरुजी नित आश्रम का निर्माण आकर देखते थे तथा उनका संकल्प था कि जब साधनाश्रम बन जायेगा तब हम साकेत गमन करेंगे। उन्हीं की याद में आश्रम बन गया तथा उनका सितम्बर माह में साकेतगमन हो गया। हमारे गुरुश्री प्रभुदास जी एवं उनके गुरुभाई बालमुकुन्द वेदान्ती जी जिनको हनुमान जी का साक्षात्कार था व आर्शीवाद मिला व आप सबके सहयोग से इसका आज लोकापर्ण/समपर्ण हो रहा है। मै आये हुए सभी को बधाई भी देता हूं तथा आगमन के लिए अभार भी व्यक्त करता हूं।
इस अवसर पर महंत रामानंददास जी, पूर्व सांसद विनय कटियार, आरएसएस के प्रांत प्रचारक कौशल, रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के सदस्य डा अनिल मिश्रा, महापौर ऋषिकेश उपाध्याय, कांग्रेस नेता राजेन्द्र प्रताप सिंह, लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकार श्री सतीश प्रधान, केके मिश्रा, ंसंतोष झा, अयोध्याकोतवाली प्रभारी निरीक्षक श्री अशोक सिंह, अग्नि शमन अधिकारी राजकिशोर राय,नवनीतजी डा आभा सिंह, डा अशोक कन्नौजिया सहित बड़ी संख्या में पत्रकारों की मौजूदगी रही। इस दौरान 21 बटुक ब्राहमणो के द्वारा वैदिक सनातन संस्कृति के अनुसार स्वास्तिक वाचन किया गया। उक्त अवसर पर मीडियाकर्मी एवं गणमान्य व्यक्तियों में उत्साह था तथा रंगभरी एकादशी होने के कारण सबको गुलाल भी लगाया गया।
विधान परिषद सदस्य श्री अरविन्द शर्मा ने इस कार्यक्रम के अगले चरण में श्रीरामलला का दर्शन पूजन किया। उनके साथ डीआईजी/एसएसपी, उपनिदेशक सूचना एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know