मथुरा ||
वृन्दावन मीडियाकर्मी बनकर ब्लैकमेलिंग करने वालों का काला कारनामा जोर पकड़ता दिखाई दे रहा है। स्कूल के प्रधानाचार्य अमित कुमार गौतम ने भी इनको कानून के जरिए सबक सिखाने का बीड़ा उठा लिया है। गौरतलब रहे कि गत 17 मार्च 2021 को अजीत चौहान, मुकेश, मीरा शर्मा, महक, ऋचा शर्मा, गोपाल ठाकुर मीडियाकर्मी बनकर महर्षि गौतम सीनियर सेकेंडरी स्कूल अल्हेपुर छटीकरा पर पहुंचे थे। इन्होंने वहां जाकर पहले तो स्कूल के उपप्रबंधक योगेश गौतम से अपने को मीडियाकर्मी बताते हुए कहा कि आपने विद्यालय के छात्रों से ज्यादिति की है। और टीसी भी काट दी है। आपके द्वारा बच्चों से मारपीट भी की गई है। मामला निपटाना है तो 10 हजार रुपये देदो। नहीं तो स्कूल को बदनाम कर रख देंगे। योगेश गौतम ने रुपये देने से इनकार कर दिया और कहा कि उनके किसी भी शिक्षक और पदाधिकारी ने किसी भी छात्र से ना तो मारपीट की ओर ना ही किसी भी तरह का गलत व्यवहार किया गया है। आवारागर्दी व अनुशासन हीनता पर भीम की टीसी काट दी गई है। इनको इससे भी सब्र नहीं हुआ और विद्यालय के प्रधानाचार्य अमित कुमार गौतम को भी फोन मिला डाला। विद्यालय तत्काल आने को कहा जैसे ही अमित कुमार गौतम विद्यालय के निकट पहुंचे तो ब्लैकमेलरों ने उनको स्कूल के बाहर गेट पर ही रोक लिया और कहा कि विद्यालय की बदनामी बचानी है तो 10 हजार रुपये चुपके से यहां लाकर देदे। नहीं तो खैर नहीं होगी हमारे पास बदनामी करने के काफी साक्ष्य हैं। प्रधानाचार्य अमित कुमार गौतम ने बच्चों की उद्दंडता बताते हुए अपने को बेकसूर बताकर एक भी रुपया देने से इनकार कर दिया। इस पर सभी ब्लैकमेलर तमतमा गए और गाली गलौज कर जान से मारने की धमकी देने लगे। इस काले कृत्य का विरोध जब यहां मौजूद पत्रकार रविकान्त तोमर ने किया तो उस पर भी हावी होने लगे। जैसे ही रविकान्त तोमर ने इनकी वीडियो बनानी शुरू की तो महिला ऋचा शर्मा ने अपने को मीडियाकर्मी होने से ही इनकार कर दिया। मीरा शर्मा ने मोबाइल छीनने का भी प्रयास किया। जब उनका प्रयास असफल रहा तो अपना सा मुंह लेकर रह गए। युवती महक ने तो अपने पिता को सीजेएम कोर्ट में उच्च पद पर बताकर प्रधानाचार्य को जमकर डराया-धमकाया। मौके पर पहुंची पुलिस ने जब इनको समझाने का प्रयास किया तो पुलिस पर भी अपने को वरिष्ठ पत्रकार बताकर रौब गालिब किया। विद्यालय के प्रधानाचार्य अमित कुमार गौतम ने घटना की तहरीर पुलिसचौकी जैंत, थाना वृंदावन, एसपी सिटी व एसएसपी को दी। इससे बौखलाए इन ब्लैकमेलरों ने साजिश के तहत भीम के जरिए एक बच्चे के मामूली चोट बनाकर और बच्चों को सिखा-पढ़ाकर सोशल मीडिया पर विद्यालय को जमकर झूंठा बदनाम किया। यहां तक कि एक बच्चे के पिता को भी झूंठा बरगलाकर वीडियो बना ली गई। हैरत की बात देखिए इन ब्लैकमेलरों ने साजिश के तहत भीम के जरिए विद्यालय के दो शिक्षकों के फोटो खिंचवाकर महिला का नकाब पहनाकर सोशल मीडिया पर वायरल करवा दिया। प्रधानाचार्य द्वारा पुलिस में की गई लिखित शिकायत से सभी तिलमिला गए और अपने को बचाने के लिए जगह-जगह से समझौते के लिए सिफारिशें करवाने लगे। जब सिफारिशों पर अमल नहीं हुआ तो इस ब्लैकमेलर गैंग के सरगना संजू पटेल ने सीधे प्रधानाचार्य अमित कुमार गौतम को ही फोन कर डाला और गिड़गिड़ाते हुए मामले को रफादफा करने की बात की। कहा कि उसका मतलब मीरा शर्मा से है क्योंकि पत्रकारिता के जरिए उसके मधुर संबंध हैं। औरों से उसका कोई लेना-देना नहीं है। मिलने की भी इजाजत मांगी। प्रधानाचार्य ने बात को अनुसुनि कर अगले दिन मिलने की बात कह दी। फिर क्या संजू पटेल अपने को अपमानित महसूस कर गैंग के खुले समर्थन में आ धमका और तमाम झूंठी वीडियो सोशल मीडिया पर डालना शुरू कर दिया। इससे भी बात नहीं बनी तो छात्र भीम के पिता लोकेंद्र को सिखाकर पत्रकार रविकान्त तोमर और प्रधानाचार्य पर 50 हजार रुपये चौथ वसूली की झूंठी शिकायत पुलिस अधिकारियों से करवा डाली। जिससे प्रधानाचार्य व पत्रकार रविकान्त तोमर डरकर मामले को रफादफा कर दें। बरगलाए गए दो छात्रों के पिताओं ने तो इस साजिश कर्ता गैंग और छात्र भीम की साजिश का ही खुलासा कर दिया है प्रधानाचार्य से कहा है कि छात्र भीम और ब्लैकमेलरों के खिलाफ बच्चों को बरगलाकर व उनको भ्रमित कर वीडियो बना लेने की शिकायत वह पुलिस अधिकारियों से स्वंय भी करेंगे।
वृन्दावन मीडियाकर्मी बनकर ब्लैकमेलिंग करने वालों का काला कारनामा जोर पकड़ता दिखाई दे रहा है। स्कूल के प्रधानाचार्य अमित कुमार गौतम ने भी इनको कानून के जरिए सबक सिखाने का बीड़ा उठा लिया है। गौरतलब रहे कि गत 17 मार्च 2021 को अजीत चौहान, मुकेश, मीरा शर्मा, महक, ऋचा शर्मा, गोपाल ठाकुर मीडियाकर्मी बनकर महर्षि गौतम सीनियर सेकेंडरी स्कूल अल्हेपुर छटीकरा पर पहुंचे थे। इन्होंने वहां जाकर पहले तो स्कूल के उपप्रबंधक योगेश गौतम से अपने को मीडियाकर्मी बताते हुए कहा कि आपने विद्यालय के छात्रों से ज्यादिति की है। और टीसी भी काट दी है। आपके द्वारा बच्चों से मारपीट भी की गई है। मामला निपटाना है तो 10 हजार रुपये देदो। नहीं तो स्कूल को बदनाम कर रख देंगे। योगेश गौतम ने रुपये देने से इनकार कर दिया और कहा कि उनके किसी भी शिक्षक और पदाधिकारी ने किसी भी छात्र से ना तो मारपीट की ओर ना ही किसी भी तरह का गलत व्यवहार किया गया है। आवारागर्दी व अनुशासन हीनता पर भीम की टीसी काट दी गई है। इनको इससे भी सब्र नहीं हुआ और विद्यालय के प्रधानाचार्य अमित कुमार गौतम को भी फोन मिला डाला। विद्यालय तत्काल आने को कहा जैसे ही अमित कुमार गौतम विद्यालय के निकट पहुंचे तो ब्लैकमेलरों ने उनको स्कूल के बाहर गेट पर ही रोक लिया और कहा कि विद्यालय की बदनामी बचानी है तो 10 हजार रुपये चुपके से यहां लाकर देदे। नहीं तो खैर नहीं होगी हमारे पास बदनामी करने के काफी साक्ष्य हैं। प्रधानाचार्य अमित कुमार गौतम ने बच्चों की उद्दंडता बताते हुए अपने को बेकसूर बताकर एक भी रुपया देने से इनकार कर दिया। इस पर सभी ब्लैकमेलर तमतमा गए और गाली गलौज कर जान से मारने की धमकी देने लगे। इस काले कृत्य का विरोध जब यहां मौजूद पत्रकार रविकान्त तोमर ने किया तो उस पर भी हावी होने लगे। जैसे ही रविकान्त तोमर ने इनकी वीडियो बनानी शुरू की तो महिला ऋचा शर्मा ने अपने को मीडियाकर्मी होने से ही इनकार कर दिया। मीरा शर्मा ने मोबाइल छीनने का भी प्रयास किया। जब उनका प्रयास असफल रहा तो अपना सा मुंह लेकर रह गए। युवती महक ने तो अपने पिता को सीजेएम कोर्ट में उच्च पद पर बताकर प्रधानाचार्य को जमकर डराया-धमकाया। मौके पर पहुंची पुलिस ने जब इनको समझाने का प्रयास किया तो पुलिस पर भी अपने को वरिष्ठ पत्रकार बताकर रौब गालिब किया। विद्यालय के प्रधानाचार्य अमित कुमार गौतम ने घटना की तहरीर पुलिसचौकी जैंत, थाना वृंदावन, एसपी सिटी व एसएसपी को दी। इससे बौखलाए इन ब्लैकमेलरों ने साजिश के तहत भीम के जरिए एक बच्चे के मामूली चोट बनाकर और बच्चों को सिखा-पढ़ाकर सोशल मीडिया पर विद्यालय को जमकर झूंठा बदनाम किया। यहां तक कि एक बच्चे के पिता को भी झूंठा बरगलाकर वीडियो बना ली गई। हैरत की बात देखिए इन ब्लैकमेलरों ने साजिश के तहत भीम के जरिए विद्यालय के दो शिक्षकों के फोटो खिंचवाकर महिला का नकाब पहनाकर सोशल मीडिया पर वायरल करवा दिया। प्रधानाचार्य द्वारा पुलिस में की गई लिखित शिकायत से सभी तिलमिला गए और अपने को बचाने के लिए जगह-जगह से समझौते के लिए सिफारिशें करवाने लगे। जब सिफारिशों पर अमल नहीं हुआ तो इस ब्लैकमेलर गैंग के सरगना संजू पटेल ने सीधे प्रधानाचार्य अमित कुमार गौतम को ही फोन कर डाला और गिड़गिड़ाते हुए मामले को रफादफा करने की बात की। कहा कि उसका मतलब मीरा शर्मा से है क्योंकि पत्रकारिता के जरिए उसके मधुर संबंध हैं। औरों से उसका कोई लेना-देना नहीं है। मिलने की भी इजाजत मांगी। प्रधानाचार्य ने बात को अनुसुनि कर अगले दिन मिलने की बात कह दी। फिर क्या संजू पटेल अपने को अपमानित महसूस कर गैंग के खुले समर्थन में आ धमका और तमाम झूंठी वीडियो सोशल मीडिया पर डालना शुरू कर दिया। इससे भी बात नहीं बनी तो छात्र भीम के पिता लोकेंद्र को सिखाकर पत्रकार रविकान्त तोमर और प्रधानाचार्य पर 50 हजार रुपये चौथ वसूली की झूंठी शिकायत पुलिस अधिकारियों से करवा डाली। जिससे प्रधानाचार्य व पत्रकार रविकान्त तोमर डरकर मामले को रफादफा कर दें। बरगलाए गए दो छात्रों के पिताओं ने तो इस साजिश कर्ता गैंग और छात्र भीम की साजिश का ही खुलासा कर दिया है प्रधानाचार्य से कहा है कि छात्र भीम और ब्लैकमेलरों के खिलाफ बच्चों को बरगलाकर व उनको भ्रमित कर वीडियो बना लेने की शिकायत वह पुलिस अधिकारियों से स्वंय भी करेंगे।
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