आबकारी विभाग की मिलीभगत से कम्हरिया घाट क्षेत्र के गांवों में कच्ची शराब बनाने का धंधा वर्षों से फल फूल रहा है
गिरजा शंकर गुप्ता
अंबेडकर नगर13 मार्च 2021। जनपद में होली पर्व के करीब आते ही गांवों में कच्ची शराब बनाने वाले फिर से सक्रिय हो गये हैं। जिन गांवों में आबकारी विभाग द्वारा छापामार कार्रवाई की गई थी फिर से उन्हीं गांवों के लोग कच्ची शराब तैयार करने में जुट गए हैं। माझा कम्हरिया घाट क्षेत्र के गांवों में कच्ची शराब बनाने का धंधा वर्षों से चला आ रहा है। आबकारी विभाग द्वारा दिखावे की कार्रवाई की जाती है बाद में फिर से कच्ची शराब बनाने वाले सक्रिय हो जाते हैं। इसी तरह सरकारी शराब का भंडारण होटलों में किया जा रहा है। होटलों में काम करने वाले कर्मचारी मोटी राशि कमाने के लिए अपने-अपने घरों में शराब रखना शुरू कर दिए हैं। इसी तरह शराब दुकानों में काम करने वाले कर्मचारी भी मुनाफा कमाने के फेर में हैं।
प्रदेश में शराब के कारोबार को सरकार ने अपने हाथों में ले तो लिया है लेकिन इसकी अफरा-तफरी करने आबकारी विभाग के अधिकारी कर्मचारी पीछे नहीं हटते। गांवों में बनने वाले कच्ची शराब के भंडारण को रोकने के लिए आबकारी विभाग के पास कोई ठोस योजना नहीं है। स्थानीय पुलिस से सेटिंग कर शराब बनाने वाले लंबे समय अपना कारोबार संचालित कर रहे हैं। इसी तरह सरकारी दर पर बिकने वाले देशी-विदेशी शराब की अफरा-तफरी भी की जा रही है। दुकानों में कार्यरत कर्मचारी को अधिक मात्रा में शराब मुहैया करा रहे हैं जिसके बदले में उन्हें कमीशन मिल रही है। शराब दुकानों में काम करने वाले कर्मचारी मुनाफा कमाने के लिए मिलावट भी कर रहे हैं। देशी शराब दुकानों में लाल दारू को ज्यादा कीमत में बेचने की लगातार शिकायत भी मिल रही है। परंतु आबकारी विभाग द्वारा यह सभी शिकायतों को नजरअंदाज किया जाता है।
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