सनातन धर्म के चार प्रमुख पर्व उत्सवों में होली का विशेष मान है। हिंदी कैलेंडर के अंतिम पर्वोत्सव के विधि-विधान रंगभरी एकादशी से शुरू होते हैं लेकिन आठ दिन पहले होलाष्टक लगने के साथ आगे के दिन होली-हुड़दंग के इंतजाम के लिए आरक्षित हो जाते हैं। फागुन शुक्ल अष्टमी यानी रविवार को होलाष्टक लग गया। अब 28 मार्च को फागुन पूर्णिमा पर होलिका दहन के साथ इसका समापन होगा और अगली सुबह चैत्र कृष्ण प्रतिपदा में 29 मार्च को रंग पर्व मनाया जाएगा। 

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