वेदमंत्रों व धार्मिक भजनों के साथ आर्य समाज की शोभायात्रा नगर क्षेत्र में निकाली गई। इसके साथ ही चार दिवसीय वार्षिकोत्सव की शुरुआत हुई। शोभायात्रा में आर्य विद्वानों व विदुषी ने वेदमंत्रों के साथ विश्व के कल्याण की कामना करते हुए मंत्रोच्चार किया। वेद मंत्रों के वाचन के बाद उनको परिभाषित कर वेदों के बताए मार्गों पर चलने का आह्वान किया गया। सामाजिक कुरीतियों को दूर करने, नशा मुक्त समाज की स्थापना करने, संपूर्ण विश्व को आर्य बनने का संदेश देते हुए आर्यसमाज के बच्चों ने जागरूकता कार्यक्रम भी किया। आठ मार्च से चल रहे आत्मरक्षा शिविर के प्रतिभागी बच्चों ने शोभायात्रा में रण कौशल का प्रदर्शन किया। चार दिनों तक चलने वाले वार्षिकोत्सव में प्रतिदिन हवन-यज्ञ के बाद अलग-अलग विषयों पर सम्मेलनों का आयोजन किया जाएगा। शोभायात्रा आर्यसमाज मंदिर से शुरू होकर मुख्य मार्गों से श्यामाप्रसाद मुखर्जी चौराहे तक निकाली गयी।
दिलीप आर्य, रामदेव आर्य, सतीश चंद्र, सुरेंद्र प्रताप आर्य, रामपाल आर्य, सुधांशु, बसंत कुमार, कौशल आर्य, श्याम बिहारी, दिनेश कुमार, कपिल कुमार, गुरु प्रसाद, सचिन कुमार समेत दर्जनों लोग मौजूद रहे।
असगर अली
उतरौला
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