स्थानीय थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत गौरा बगनहा के मजरे मनियारिया में दो दिवसीय बौद्ध दीक्षा एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जो रविवार की रात को सम्पन्न होगा।
वक्ताओं ने बुद्ध के संदेशों पर जहां विचार प्रकट किए वहीं कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों मे मौजूद लोगो को समाज में फैली कुरीतियों पर आधारित नाटक प्रस्तुत किया एवं दूसरी रात सर्वप्रथम धर्म गुरु भंते आनंद सागर ने उपस्थित लोगों को त्रिशरण पंचशील ग्रहण कराई बौद्ध भिक्षु ने उपदेश में कहा कि तथागत बुद्ध के विचार आज भी प्रासंगिक हैं । उनके विचारों को जीवन में धारण करने पर ही संपूर्ण विश्व में मानवता कायम की जा सकती है इस कार्यक्रम को संचालित करते प्रधानाचार्य शारदा प्रसाद चौधरी ने कहा कि बिना शिक्षा न समाज का विकास हो सकता है।न ही देश का बाबा साहब ने कहा है कि शिक्षा वह शेरनी का दूध है कि जो इसे पीयेगा वही दहाड़ेगा । वर्तमान समय में शिक्षा को शिक्षित नहीं बल्कि उच्च शिक्षा पाने की जरूरत है जिससे समाज के साथ-साथ देश का भी प्रगति हो सके डॉक्टर अंबेडकर ने कमजोर वर्गों के उत्थान के साथ ही महिलाओं के सम्मान को प्राथमिकता दी है ।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों का दौरा शुरू हुआ तो उसका क्रम देर रात तक चला कलाकारों ने नाटक के माध्यम से समाज को बेहतर संदेश देने का काम किया मुख्य अतिथि राम शिरोमणि वर्मा सांसद श्रावस्ती, सूर्य प्रकाश हितकारी एडवोकेट, प्रदीप कुमार बौद्ध प्रबंधक ,राम गणेश, दद्दू शाह ,शरीफ शाह ,शिवपूजन राव, गौतम बुद्ध ,विजय आनंद गौतम ,बेचू गौतम पूर्व प्रधान ,अनंतराम यादव, राजेंद्र भारती वर्तमान प्रधान ,घमालू प्रजापति, हरी राम साहू, जुमाई शाहू ,गणेश दत्त विश्वकर्मा ,पृथ्वीपाल साहू ,सुलेमान शाह ,खालिक शाह आदि लोग मौजूद रहे ।
गैसड़ी बलरामपुर
राजेश श्रीवास्तव
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