उप मुख्यमंत्री ने प्राथमिक विद्यालय आर्यनगर, नाका के जीर्णोद्धार एवं नव निर्माण का लोकार्पण किया
प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में आमूल चूल परिवर्तन लाकर शिक्षा के स्तर को उठाना ही सरकार का मूल उद्देश्य है
शिक्षा व्यवस्था में व्यापक सुधार के संकल्प के साथ सरकार ने विगत 4 वर्षों में प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन किया
सरकारी विद्यालयों में अच्छी एवं गुणवत्ता परक शिक्षा दी जा सके इसके लिए पूरे प्रदेश में अभियान चलाया गया
पारदर्शी तरीके से बोर्ड परीक्षा केंद्रों का निर्धारण करते हुए नकल विहीन बोर्ड परीक्षा का संपादन कराया गया
आगामी बोर्ड परीक्षा के लिए और भी पुख्ता इंतजाम किया जाएगा
                                 -उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा
                                          लखनऊ, दिनांकः 23 मार्च, 2021
     शिक्षा व्यवस्था में व्यापक सुधार के संकल्प के साथ सरकार ने विगत 4 वर्षों में प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में आमूलचूल परिवर्तन किया है। सरकारी विद्यालयों में अच्छी एवं गुणवत्ता परक शिक्षा दी जा सके इसके लिए पूरे प्रदेश में अभियान चलाया गया। प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था में आमूल चूल परिवर्तन लाकर शिक्षा के स्तर को उठाना ही सरकार का मूल उद्देश्य है। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा ने यह विचार आज यहां लखनऊ स्थित प्राथमिक विद्यालय आर्यनगर, नाका के जीर्णोद्धार एवं नव निर्माण के लोकार्पण के अवसर पर व्यक्त किये।
     उप मुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा ने कहा कि सरकार द्वारा विद्यालयों की आधारभूत सुविधाओं का विकास कराया गया। विद्यालयों में स्मार्ट क्लासेस संचालित की जा रही हैं। आज प्रदेश में कई ऐसे सरकारी विद्यालय हैं जहां बोर्ड परीक्षा में शत प्रतिशत रिजल्ट आ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के बेसिक शिक्षा के विद्यालयों का कायाकल्प योजना के तहत जीर्णोद्धार कराया जा रहा है।
    उप मुख्यमंत्री ने कहा कि माध्यमिक विद्यालय में एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू किया गया, जिससे आज विद्यार्थियों को एनसीईआरटी पाठ्यक्रम पर आधारित पुस्तकें 20 साल पहले के मूल्य पर  मिल रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पारदर्शी तरीके से बोर्ड परीक्षा केंद्रों का निर्धारण करते हुए सीसीटीवी और वॉइस रिकॉर्डर को अनिवार्य करते हुए  क्रमांकित उत्तर पुस्तिकाओं की व्यवस्था लागू कराकर नकल विहीन परीक्षा का संपादन कराया गया और आगामी बोर्ड परीक्षा के लिए और भी पुख्ता इंतजाम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पहले जहां बोर्ड परीक्षा के संपादन में दो महीने का समय लगता था वहीं आज दुनिया के सबसे बड़े बोर्ड की हाईस्कूल की परीक्षा 12 दिनों और इंटरमीडिएट की परीक्षा 15 दिनों में संपादित करा कर सबसे कम समय में बोर्ड परीक्षा परिणाम घोषित किया जा रहा है। आज प्रदेश के विद्यालयों में अच्छी तरीके से पठन पाठन का कार्य संपादित किया जा रहा है। कोरॉना महामारी के दौरान ऑनलाइन शिक्षा कि महत्ता को देखते हुए प्रदेश में आनलाइन शिक्षा को भी बढ़ावा दिया जा रहा है।

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