अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के साथ ही विकास ने भी दस्तक दी है. एक के बाद एक नई विकास की परियोजनाओं की घोषणाएं हो रही हैं. सड़क और एयरपोर्ट के बाद अब योगी सरकार विश्वविद्यालय बनाने जा रही है. उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने श्री राम विश्वविद्यालय की स्थापना की घोषणा की. साथ ही इसे बनाने के लिए निजी क्षेत्र के लोगों को भी आमंत्रित किया. 

अयोध्या के कई लोगों ने प्रस्ताव सामने रखा था कि निजी विश्वविद्यालय के क्षेत्र में मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम विश्वविद्यालय स्थापित हो. भगवान राम के नाम पर बन रही इस यूनिवर्सिटी में धर्म के साथ-साथ धर्म शास्त्रों को पढ़ाए जाने का उद्देश्य है. इसके अलावा लोगों की मांग है कि श्री राम के साहित्य, रामायण, रामचरित मानस, धर्मग्रंथों और जितनी भाषाओं में रामायण लिखी गई, उन पर शोध हो. साथ ही उन विषयों पर अध्ययन केंद्र भी बनें.

बता दें कि इससे पहले देश-प्रदेश में ऐसे विश्वविद्यालय हैं, जहां धर्म, कर्मकांड और धर्म शास्त्रों की पढ़ाई होती है. काशी हिंदू विश्वविद्यालय में संस्कृत विभाग में एक ऐसा ही प्रकोष्ठ है, जहां कर्मकांड का अध्ययन कराया जाता है. इसके अलावा कई यूनिवर्सिटीज़ में ज्योतिष आदि की भी पढ़ाई कराई जाती है. हालांकि, श्री राम विश्वविद्यालय को प्रभु राम पर केंद्रित करने की मांग की गई है.

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