अयोध्या ।
बीकापुर तहसील क्षेत्र के रामपुर भगन बाजार के पाण्डेय तालाब के पास बना शनि व हनुमान मंदिर परिसर सोमवार को एक स्वजातीय प्रेमी युगल के शादी का गवाह बना। इस दौरान पुरोहित व परिजनों की मौजूदगी में मंदिर के सात फेरे लेकर शादी रचाने वाले प्रेमी युगल जीवन साथी बन गये। हिन्दू रीति रिवाज के अनुसार हुये विवाह की रस्मे बाजार के पुरोहित जमुना प्रसाद तिवारी बबलू ने निभाई। जीवन साथी बने प्रेमी युगल ने हनुमान व शनि मंदिर के साथ फेरे लेकर एक दूसरे के गले मे जयमाला डाल सिंदूर दान किया और एक दूसरे को लड्डू खिलाये।शादी रचाने वाली युवती के माँ बाप की मौत हो चुकी है तो दूल्हे के पिता की भी मौत हो चुकी हैं।दोनो परिवारो की माली हालत भी ठीक नही है इस लिए मंदिर में शादी करने का स्थान ग्रामीणों ने यह स्थान चुना।
बताया गया कि तारुन ब्लाक क्षेत्र के ग्राम माहनमऊ निवासी रामराज का बेटा सूर्यभान निषाद पिपरी तिराहे पर चाय मिष्ठान समोसे की दुकान करता था।इसी दौरान उसकी दुकान पर आने जाने वाली सोहावल तहसील क्षेत्र के ग्राम पिपरी निवासी दुलारे राम निषाद की बेटी नेहा से हो गई। नेहा के माता पिता की भी मौत हो चुकी है तो सूर्यभान के पिता रामराज की भी मौत हो चुकी है। दोनो में प्रेम परवान चढ़ा तो दोनो को परिणय सूत्र में बांधने को माहनमऊ गांव के समाजसेवी मोतीलाल वर्मा रामपुर भगन के सतीश सिंह ने दोनों का विवाह कराने का निश्चय किया और सोमवार को हनुमान और शनि को साक्षी मान दोनो की शादी करा दी।इस दौरान मंदिर में सतेंद्र सिंह,बृजेश सैनी,दूल्हे की माँ प्राना देवी तथा जयकला मौजूद रही।दूल्हे दुल्हन की यह अनोखी चर्चा का विषय बनी रही। मंदिर से ही दुल्हन बिदा होकर अपनी ससुराल चली गई।
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