कोरोना वायरस के फैलाव के दुसरे लहर को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार काफी चिंतित है. सरकार ने कोरोना के फैलाव को देखते हुए नई गाइडलाइन बनाए हैं. कोरोना से अधिक प्रभावित राज्यों से आने वाले यत्रियों पर खासा नजर रहेगी और रेलवे या स्टेशनों पर आते ही उनका कोरोना जांच करने का निर्देश दिया है. मुख्य सचिव आरके तिवारी ने कहा है कि कोरोना के नए मामलों को रोकने के लिए अधिक संक्रमण वाले प्रदेशों ( महाराष्ट्र, केरल, पंजाब) से आने वाले यात्रियों के कोविड संक्रमण की जांच कराया जाना बहुत जरूरी है.
संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित राज्यों से हवाई मार्ग से आने वाले यात्रियों की प्रदेश के एयरपोर्ट पर एंटीजन जांच कराई जाए. लक्षण दिखने पर आरटीपीसीआर का नमूना लिया जाए. इसी तरह सभी जिलों में रेलवे स्टेशनों पर कोविड-19 संक्रमण से सर्वाधिक प्रभावित राज्यों से वापस आ रहे यात्रियों की रेलवे स्टेशन पर ही एंटीजन जांच कराई जाए.मुख्य सचिव ने बताया की हर जिले में भीड़-भाड़ वाले क्षेत्र तथा स्कूल-कॉलेज आदि क्षेत्रों में रोस्टर बनाकर कोरोना वायरस की जांच की जाए. सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों को रोस्टर दे दिया गया है, उन्होंने वर्तमान में दस्तक अभियान में घर-घर भ्रमण कर रहे फ्रंट लाइन वर्कर से प्रतिदिन ऐसे क्षेत्रों के विषय में जानकारी लेने का निर्देश दिया है, जहां देश के अन्य राज्यों से बड़ी संख्या में नागरिक वापस आए हैं. ऐसे क्षेत्रों में सतन सघन निगरानी एवं नियमित कोविड-19 की जांच कराई जाए.
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know