*अयोध्या ब्यूरो चीफ, डा०ए०के०श्रीवास्तव*
अयोध्या। दिन सोमवार ,विश्व महिला दिवस के अवसर पर जहाँ पूरा देश महिलाओं के हर रूप,हर किरदार के निस्वार्थ समर्पण को नमन कर रहा है। वहां एक वर्ग महिलाओं का ऐसा भी है जो अपने पारवारिक दायित्त्वों के साथ- साथ समाज में अग्रणी योद्धाओं की तरह लोगों की जीवन की रक्षा करते हुए महामारी के हर प्रहार को अपने ऊपर लेती हैं । खास कर कोरोना काल में इनकी सेवाएं बहुत प्रासंगिक रही हैं , *हम बात महिला मेडिकल फ्रंटलाइन वर्कर* यानि की नर्स ,सिस्टर और न जाने कौन कौन से नामों से जानी जाती हैं, पर सही मायनो में *ये माँ जैसी देखभाल ही करती हैं।* दिन रात बिना रुके ,बिना थके बस कोशिश करती हैं कि जानें बची रहें।
पर शायद समाज में ये फ्रंटलाइन वर्कर जिस सम्मान की पात्र है ,उतना सम्मान नहीं मिल पाता और इस बात को मद्देनज़र रखते हुए इस विश्व महिला दिवस के अवसर पर कायस्थ सेवा समाज ने समाज की अग्रणी योद्धाओं को सम्मानित करने का फैसला लिया। *कायस्थ सेवा समाज* के अध्यक्ष विजेश श्रीवास्तव और उनकी टीम ने महिला जिला अस्पताल में मुख्य स्वास्थ्य परिवेक्षक *सुमन श्रीवास्तव* के नेतृत्व में उनकी मेडिकल फ्रंटलानर टीम को पुष्प गुच्छ भेंट करके सम्मानित किया। *कायस्थ सेवा समाज* की टीम ने तालियां बजाकर समाज की अग्रणी योद्धाओं का उत्साह वर्धन किया । ज्ञात हो की सुमन श्रीवास्तव जिला की पहली महिला थी जिन्होंने कोरोना वैक्सीन का पहला टीका लगवाया था । उस समय भी *कायस्थ सेवा समाज ने सुमन श्रीवास्तव को सम्मनित किया था* । इस अवसर पर संगठन के अध्यक्ष विजेश श्रीवास्तव कहा की सुमन श्रीवास्तव और उनकी पूरी टीम ने समाज में समर्पण की एक ऐसी मिसाल पेश की जिसे कोई भी नहीं छू सकता, हमारी नज़र में समाज की असली सेलिब्रिटी ये योद्धा ही हैं, इसलिए सम्मान का पहला हक़ इनका ही है। इस अवसर पर संगठन के महिला जिला अस्पताल की पूरी टीम के साथ- साथ कायस्थ सेवा समाज के महामंत्री अंकुर श्रीवास्तव ,महासचिव मनीष श्रीवास्तव ,अभिजीत श्रीवास्तव और अन्य गणमान्य लोगों की गरिमामयी उपस्थिति रही।
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