उतरौला(बलरामपुर)
पंचायत चुनावों की रणभेरी बजने में अब ज्यादा समय नहीं बचा है।  परिषदीय स्कूलों में मतदान के लिए मतदेय स्थल बनाए जाने हैं। अधिकांश स्कूल बिजली, जल निकासी, बाउंड्री वाल की कमी से जूझ रहे हैं। 
ऑपरेशन कायाकल्प की योजना संचालित होने के बाद संसाधनों की कमी के कारण पोलिंग पार्टियों को ठहरने में समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। चहारदीवारी की कमी के कारण मतदान प्रक्रिया भी बाधित होने का अंदेशा जताया जा रहा है। हांलाकि एसडीएम डा०नागेन्द्र नाथ यादव दावा करते हैं कि चुनाव से पहले स्कूलों को सुरक्षित बना दिया जाएगा। परिषदीय स्कूलों की अव्यवस्थाओं पर एक नजर-
केस एक- उतरौला विकास खंड में बनकटवा ग्रामसभा के माधव महुआ प्राथमिक स्कूल में लगभग छह सौ मतदाताओं को मतदान करना है। यहां बाउंड्री वाल नहीं है। सड़क से महज बीस कदम की दूरी पर स्थित इस मतदान केंद्र पर लगभग हर चुनाव में मारपीट व बूथ कैप्चरिंग की शिकायत मिलती रही है। सुरक्षित परिसर न होने के कारण चुनाव प्रक्रिया बाधित होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।
केस दो-प्राथमिक पाठशाला पेहर में प्राथमिक स्कूल द्वितीय में भी बाउंंड्री वाल नहीं है। इंडिया मार्का नल से निकलने वाला पानी दूषित है। यहां पेहर ग्रामसभा के लगभग साढ़े चार सौ मतदाताओं के लिए पोलिंग बूथ बनाया जाएगा। रात में पोलिंग पार्टी को ठहरने में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। शौचालय बना है लेकिन उपयोग की स्थिति मेंं नही है।
केस तीन- श्रीदत्तगंज विकास खंड के बेलई बुजुर्ग के प्राथमिक विद्यालय खपरैल में अव्यवस्थाएं अधिक हैं। यहां बिजली की व्यवस्था नहीं है। बाउंंड्रीवाल व हैंड पंप की अव्यवस्था मतदान कार्मिकों व मतदाताओं के लिए भारी पड़ सकती है। शौचालय उपयोग के लायक नहीं है। 
केस चार- उतरौला ग्रामीण ग्रामसभा के प्राथमिक पाठशाला हरनीडीह में सड़क व स्कूल के बीच दूरी पांच मीटर की है। जगह की कमी के कारण चहारदीवारी नहीं बनी है। 
मेन गेट से स्कूल के भीतर जाने के बाद सुरक्षित रूप से रहा जा सकता है लेकिन शौचालय बदहाल है। यहां टिकने वाली पोलिंग पार्टी को नित्यकर्म के लिए खेतों की तरफ जाना पड़ेगा।
असगर अली 
उतरौला 

Post a Comment

If you have any doubts, please let me know

और नया पुराने