मथुरा ||थाना गोविंद नगर पुलिस की सरेराह गुंडागर्दी पत्रकारों पर रिवाल्वर तानकर की मारपीट व एनकाउंटर की दी धमकी
मंगलवार को इंडिया खबर 24 के प्रधान संपादक संजू पटेल सूत्रों से सूचना पर रात्रि करीब 9:30 बजे गोकुल रेस्टोरेंट के समीप फ्लाईओवर के नीचे पहुंचे और अपने अन्य दो पत्रकार साथियों का इंतजार कर रहे थे पत्रकारों के पहुंचने के बाद तीनों ही पत्रकार आपस में वार्ता करने लगे तभी वहां मौजूद सिपाही ने पत्रकारों से अभद्रता चालू कर दी और पत्रकार संजू पटेल के गाल पर तमाचा जड़ दिया इतना ही नहीं थाना गोविंद नगर के प्रभारी निरीक्षक महेंद्र प्रताप चतुर्वेदी सहित अन्य कई दरोगा और पुलिसकर्मी मौके पर पहुंच गए और इस एच ओ महेंद्र प्रताप चतुर्वेदी ने रिवाल्वर तानकर कहां कि तुम्हारा यही एनकाउंटर कर दूंगा तुम बहुत खबर दिखाते हो बड़े सच्चाई के पैरोकार बनते हो आजकल तुम अपने चैनल इंडिया खबर 24 पर बड़े-बड़े माफियाओं की न्यूज़ चला रहे हो आज हम तुम्हें देखते है। किस तरह न्यूज़ चलाओगे तुमने कुछ दिन पूर्व भी हमारे थाने की एक खबर चलाई थी आज चाहे जो भी हो जाए तुम्हें झूठे मुकदमों में जेल भेज देंगे या तुम्हें जान से मार देंगे यह सारा घटनाक्रम तमाम राहगीरों ने देखा इसके बाद भी एसएचओ साहब का मन नहीं भरा तो तीनों ही पत्रकारों को गाड़ी में डालकर थाना गोविंद नगर लेकर पहुंच गए गाड़ी में पत्रकारों से लात घुसो से मारपीट और गंदी गंदी गालियां देने लगे साथ ही कहने लगे नशीले पदार्थों में तुम्हें फसाना है। इस दौरान पत्रकारों पर कई बार रिवाल्वर तानकर बार-बार यही कहते नजर आए की तुम्हारा यही एनकाउंटर कर दूंगा आखिर ऐसी कौन सी दुश्मनी निकालनी थी एस एच ओ गोविंद नगर को क्या लोकतंत्र का चौथा स्तंभ सच के साथ अपनी खबरें प्रकाशित नहीं करेगा या फिर प्रभारी निरीक्षक महेंद्र प्रताप चतुर्वेदी के तार माफियाओं से जुड़े है। क्या एस एच ओ गोविंद नगर महेंद्र प्रताप पत्रकारों की जान का सौदा माफियाओं से कर चुके है। इतना सब कुछ होने के बाद तीनों ही पत्रकारों को पुलिस की टीम जिला अस्पताल लेकर पहुंची जहां उनका चिकित्सीय परीक्षण कराया गया जब डॉक्टरों ने चिकित्सीय परीक्षण में स्पष्ट रूप से रिपोर्ट लगा दी की कोई भी इस्माइल या अल्कोहल नहीं है। कोई नशीला पदार्थ इनके शरीर में नहीं है तब पुलिस के होश उड़ गए और वह डॉक्टरों पर दबाव बनाने लगे फर्जी मेडिकल बनाने का इस संबंध में निष्पक्ष रुप से डॉक्टरों ने पुलिस से कह दिया की जब कोई नशे का सेवन ही नहीं किया तो हम फर्जी रिपोर्ट नहीं लगाएंगे इस पर पुलिस बौखलाई और उन्होंने तीनों पत्रकारों के खून के सैंपल भी निकलवा दिए आखिर क्यों करना चाहती थी गोविंद नगर पुलिस क्यों निर्दोष पत्रकारों को फसाना चाहती थी गोविंद नगर पुलिस अब हम आपको बताते है। थाना गोविंद नगर की पूर्व चलाई गई खबर के संबंध में कुछ दिन पूर्व थाना गोविंद नगर पुलिस का एक और मामला सामने आया था जिसमें तंदूर पर खाना बनाने वाले और टेंपो चालक के खिलाफ पुलिस के द्वारा ₹40000 की लूट का मुकदमा दर्ज किया जा रहा था जब यह जानकारी पत्रकार संजू पटेल और रिचा शर्मा को हुई तो वह मौके पर पहुंचे और इस खबर की पड़ताल करने लगे पड़ताल पूरी करते है। पत्रकारों ने अपनी खबर निष्पक्षता के साथ दिखाई जिसमें तंदूर पर कार्य कर रहे और टेंपो चालक निर्दोष साबित हुए तथा पुलिस ने खबर प्रकाशित होने के बाद उन दोनों पक्षों का 151 में चालान करना पड़ा अब आप समझ ही सकते है। आखिर क्या बजे हैं सच दिखाने की सजा पत्रकारों को प्रभारी निरीक्षक गोविंद नगर महेंद्र प्रताप देना चाहते है।
अब देखना यह होगा एस एच ओ महेंद्र प्रताप जैसे अधिकारी पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों की छवि खराब करते रहेंगे या फिर पुलिस के आला अधिकारी कोई ठोस कदम उठाएंगे जिससे पुलिस की छवि निष्पक्ष और स्वच्छ बनी रहे या इसी प्रकार पत्रकारों द्वारा सच की खबर दिखाने पर मथुरा पुलिस पत्रकारों को अपना टारगेट बनाती रहेगी।
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