*सवा करोड़ से बेटियों के हाथ होंगे पीले*

बलरामपुर। बेटियों के हाथ पीले कराने पर 1.28 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। जिले के गरीब परिवार की 251 बेटियों की तलाश शुरू कर दी गई है। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना से बेटियों के शादी समारोह पर धनराशि खर्च की जाएगी। जिले के सभी नौ ब्लॉकों और चारों नगर निकायों से सामूहिक विवाह में शामिल होने वाले जोड़ों का ब्योरा मांगा गया है। शासन से लक्ष्य के साथ-साथ बेटियों के शादी समारोह पर खर्च करने के लिए धनराशि आवंटित कर दी गई है। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में शामिल होने के लिए बेटियों की आयु 18 वर्ष और बेटों की आयु 21 वर्ष निर्धारित की गई है।
वित्तीय वर्ष 2020-21 में जिले के गरीब परिवार की 251 बेटियों के हाथ पीले कराने की प्रशासन की तरफ से तैयारियां शुरु कर दी गई हैं। बेटियों के शादी समारोह पर एक करोड़ 28 लाख एक हजार रुपये खर्च किए जाएंगे। जिले के चारों विधानसभा क्षेत्रों के ब्लॉक मुख्यालयों पर शादी समारोह के मंडप सजाए जाएंगे। जिले के ऐसे इच्छुक व पात्र लाभार्थी जिनके पुत्री की उम्र 18 वर्ष और पुत्र की उम्र 21 वर्ष हो सामूहिक विवाह में शामिल होने के लिए पंजीकरण करा सकते हैं।


पंजीकरण कराने की सुविधा तीनों तहसीलों के एसडीएम कार्यालय, नौ ब्लॉकों के बीडीओ कार्यालय व चारों नगर निकायों के ईओ कार्यालय में उपलब्ध है। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का लाभ पंजीकरण कराने वालों को ही मिलेगा। धार्मिक रीति-रिवाज के अनुसार सामूहिक विवाह में मंडप सजाए जाएंगे। सभी धर्मों के अनुसार ही सामूहिक विवाह मंडप में जोड़ों की शादी कराई जाएंगी। प्रत्येक जोड़े की शादी पर 51-51 हजार रुपये खर्च किए जाएंगे।
शासन स्तर से सामूहिक विवाह योजना के खर्च होने वाले सभी मदों को निर्धारित कर दिया गया है। सामूहिक विवाह प्रक्रिया के दौरान प्रत्येक बेटी के बैंक खाते में आरटीजीएस के माध्यम से 35-35 हजार रुपये भेजे जाएंगे। प्रत्येक बेटी के शादी सामग्री पर 10-10 हजार रुपये और विवाह मंडप के अन्य मदों में छह-छह हजार रुपये खर्च किए जाएंगे। जिला समाज कल्याण अधिकारी एमपी सिंह ने बताया कि मार्च माह में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत बेटियों की शादियां कराने की तैयारियां की जा रही हैं।
जिले के सभी नौ ब्लॉकों व चार नगर निकायों से बेटियों की शादियां कराने के लिए जोड़ों का ब्योरा मांगा गया है। चालू वित्तीय वर्ष में ही 141 बेटियों की शादियां कराई जा चुकी हैं। पहले चरण के मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना से जिले की 141 बेटियों के शादी समारोह पर 71 लाख 91 हजार रुपये खर्च किए जा चुके हैं।

पंजीकरण कराने का दिया गया निर्देश
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत जोड़ों का पंजीकरण कराने के लिए जिले के तीनों तहसीलों के एसडीएम, नौ ब्लॉकों के बीडीओ और चारों नगर निकायों के ईओ को निर्देश दिया गया है। व्यापक प्रचार-प्रसार कराकर गरीबों के बेटियों की शादी मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना से निर्धारित लक्ष्य के अनुरुप कराई जाएगी। सीडीओ अमनदीप डुली को मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के जोड़ों के पंजीकरण की नियमित समीक्षा करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। - श्रुति, डीएम


बलरामपुर से आनंद मिश्रा की रिपोर्ट।

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