देश-दुनिया के संगीत प्रेमियों के लिए विशिष्ट तुलसी घाट का ध्रुपद मेला इस वर्ष कुछ बंदिशों के साथ अपने पुराने स्वरूप में ही आयोजित होगा। कोविड-19 के प्रोटोकॉल के तहत ध्रुपद मेला आठ से 11 मार्च तक होगा।
लॉकडाउन के दौरान संकटमोचन संगीत समारोह डिजिटल मंच पर हुआ था लेकिन ध्रुपद मेला वास्तविक मंच पर होगा। अंतर यह होगा कि इस बार ध्रुपद के प्रेमी श्रोतागण रात्रिपर्यंत संगीत का आनंद नहीं ले सकेंगे। इस बार ध्रुपद गायन-वादन से जुड़े महाराष्ट्र, बंगाल, चेन्नई और आंध्रप्रदेश के कलाकार भी आमंत्रित नहीं हैं। इस वर्ष कार्यक्रम की शुरुआत रोज शाम सात बजे से होगी जिसे रात्रि 11 बजे तक विराम दे दिया जाएगा। हर संध्या में चार स्थानीय कलाकार ध्रुपद गायन, पखावज, वीणा एवं रुद्रवीणा वादन की प्रस्तुति देंगे।
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