अम्बेडकरनगर। गरीबों को पक्के आवास का लाभ देने के लिए चलाई जा रही प्रधानमंत्री आवास योजना में भ्रष्टाचार का घुन लग गया है। परिणामस्वरूप जिम्मेदार सरकारी कर्मचारियों व प्रधान ने अवैध वसूली करके दोनों योजनाओं में भारी संख्या में अपात्रों को शामिल कर लिया।
बता दें कि तहसील टाण्डा अंतर्गत ग्राम सभा पुन्थर निवासी रामजगत ने मण्डलायुक्त अयोध्या व जिलाधिकारी अम्बेडकरनगर को शिकायती पत्र के माध्यम से बताया कि ग्राम प्रधान और ग्राम विकास अधिकारी ने प्रधानमंत्री आवास योजना में भ्रष्टाचार कर अपात्रों को दो-दो बार आवास दे दिया। ग्रामीण रामजगत ने बताया कि ग्राम सभा पुन्थर में जिन लोगों को पहले आवास मिल चुका है उसी आवास पर पुनः प्रधान व ग्राम विकास अधिकारी ने आवास दे दिया और तो और जिनके पास पहले से ही पक्का मकान बना हुआ था, उन अपात्रों को भी आवास दे दिया गया है। जबकि उसी गाँव में राजेश पुत्र रामनयन का कच्चा मकान होने पर भी उसे अपात्र कहकर आवास नहीं दिया गया। ग्रामीण रामजगत द्वारा ’जनसूचना मांगने पर 22 अक्टूबर 2019 की जनसूचना में पीड़ित राजेश कुमार का पक्का मकान दिखाकर उसे अपात्र घोषित कर दिया गया। जबकि पीड़ित राजेश कुमार का आज भी कच्चा मकान बना हुआ है। वहीं ग्राम प्रधान ने ग्रामीण रामजगत को पात्र होते हुए भी आज तक आवास नहीं दिया। पीड़ित ने उक्त भ्रष्टाचार का उच्च स्तरीय जाॅच कराने की माॅग किया है।
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