उतरौला (बलरामपुर)विश्व गुरु तथागत बुद्ध के प्रति आपत्तिजनक टिप्पणी करने के संदर्भ में स्थानीय बुध्द अनुयायियों ने महामहिम राष्ट्रपति भारत सरकार को संबोधित एक ज्ञापन उपजिलाधिकारी नागेन्द्र नाथ यादव को सौंपा।
       दिए गए पत्र में कहा कि जिस तथागत बुद्ध ने समता, करुणा,प्रज्ञा,प्यार, मैत्री एवं न्याय का संदेश दिया जिससे समस्त विश्व में भारत का गौरव, गरिमा, एवं सम्मान है भारत को अपना विश्व गुरु मानता है जिनका पंचसील सिध्दांत भारत ही नहीं संपूर्ण विश्व के संविधान में निहित है उन्हें स्वामी राम भद्राचार्य ने छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय में हैप्पी नेस सेंटर के उद्घाटन पर मुख्य अतिथि के रूप में भाषण देते हुए इस प्रकार से कहा कि भारत दो सौ वर्षों से गुलाम रहा भारतीय दर्शन को जितना कुचलना था सबने कुचला , मोदी जी भी नहीं समझ पाये कि महात्मा बुद्ध ने भारत का कितना नुक्सान किया भारत को नपुंसक बना डाला। उक्त कथन स्वामी जी के मानसिक दिवालियापन , कट्टरपंथी होने समाज में कटुता फैलाने धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने तथा मानसिक विकलांगता का परिचायक है जो अत्यंत निंदनीय है इस देश और दुनिया के करोड़ों बौद्ध अनुयायियों की आस्था व भावनाएं आहत हुई हैं।और बौद्ध अनुयाई आक्रोशित एवं उद्वेलित हैं स्वामी राम भद्राचार्य के विरूद्ध यथाशीघ्र न्याय संगत दण्डात्मक कार्रवाई करने की मांग की है।
 इस मौके पर सियाराम सरोज,जैसराम गौतम,वीपी बौद्ध,जोगी राम अकेला,एकराम एडवोकेट, जयराम गौतम, परशुराम बौद्ध,केशव राम गौतम,जयकरन एडवोकेट, महेश भारती, संतराम,उत्तम प्रसाद, राजकुमार केशव राम गौतम आदि मौजूद रहे।
असगर अली 
उतरौला 

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