शहर में वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए विशेष कार्ययोजना बनाई जा रही है। एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में अति सूक्ष्म प्रदूषक तत्वों की गणना की जाएगी। जिससे वायु प्रदूषण के लिए जिम्मेदार अन्य तत्वों को पहचान कर उनकी मात्रा के अनुसार रोकथाम के उपाय किए जाएंगे।

अभी अति सूक्ष्म प्रदूषक तत्व के रूप में केवल पीएम-2.5 की गणना होती है। और वह भी केवल सीपीसीबी की अर्दली बाजार स्थित मशीन से की जाती है। जबकि अब बेंजीन, टॉलीन, जायलीन, आर्सेनिक व अमोनिया जैसे प्रदूषक तत्वों की गणना की जाएगी।

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