भूजल प्रदूषित न हो - कलेक्टर श्री सिंह
पीथमपुर विकास योजना के संबध मे बैठक सम्पन्न
धार 16 मार्च 2021/पीथमपुर की विकास योजना तैयार की जा रही है। इसको लेकर कलेक्टर आलोक कुमार सिंह ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में संबंधित अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में उन्होने निर्देष दिए कि पीथमपुर विकास योजना 2035 में प्रस्तावित मार्गों में से प्रमुख मार्गों को सर्वप्रथम विकसित किया जाना चाहिए। जिससे उस क्षेत्र के विकास हो सके। ऐसा करने पर पीथमपुर में वर्तमान में जो अनियोजित तथा अवैध कॉलोनियां का विकास हो रहा है, उस पर भी नियंत्रण हो सकेगा। उद्योगों के आने पर ग्राउण्ड वाटर रिचार्ज प्रदूषित न हो, क्षेत्र के अधिकांश लोग ग्राउण्ड रिसोर्सेस पर ही निर्भर है यह सुनिश्चित किया जाना बहुत आवश्यक होगा कि भूमिगत जल में किसी प्रकार का प्रदूषण न हो और लोगों को स्वच्छ पानी मिल सके। जल मल निकासी की उचित व्यवस्था की जाए। इसके लिए सिवरेज प्लान भी तैयार किया जाए।
बैठक में बताया गया कि के.वी.एन. क्षेत्र तथा वर्तमान में स्थित मार्गों को पीथमपुर विकास योजना 2035 के प्रस्तावित मार्गों से जोड़ने का है। इससे जहां मार्गों की continuity stabilityहोगी, वहीं पर लोगों के आने जाने के लिए नये रास्ते भी मिलेंगे। पीथमपुर विकास योजना 2035 के निवेश क्षेत्र में ए.के.वी.एन. के क्षेत्र को छोड़कर लगभग 26.500 हेक्टेयर क्षेत्रफल सम्मिलित किया गया है जिसमें ए.के.वी.एन. का क्षेत्रफल सम्मिलित नहीं है। पीथमपुर विकास योजना 2035 के निवेश क्षेत्र में 65 ग्राम सम्मिलित है, जिसमें से कुछ 35 ग्राम पूर्ण तथा 30 ग्राम आंशिक सम्मिलित है ।
पीथमपुर विकास योजना के संबध मे बैठक सम्पन्न
धार 16 मार्च 2021/पीथमपुर की विकास योजना तैयार की जा रही है। इसको लेकर कलेक्टर आलोक कुमार सिंह ने सोमवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में संबंधित अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में उन्होने निर्देष दिए कि पीथमपुर विकास योजना 2035 में प्रस्तावित मार्गों में से प्रमुख मार्गों को सर्वप्रथम विकसित किया जाना चाहिए। जिससे उस क्षेत्र के विकास हो सके। ऐसा करने पर पीथमपुर में वर्तमान में जो अनियोजित तथा अवैध कॉलोनियां का विकास हो रहा है, उस पर भी नियंत्रण हो सकेगा। उद्योगों के आने पर ग्राउण्ड वाटर रिचार्ज प्रदूषित न हो, क्षेत्र के अधिकांश लोग ग्राउण्ड रिसोर्सेस पर ही निर्भर है यह सुनिश्चित किया जाना बहुत आवश्यक होगा कि भूमिगत जल में किसी प्रकार का प्रदूषण न हो और लोगों को स्वच्छ पानी मिल सके। जल मल निकासी की उचित व्यवस्था की जाए। इसके लिए सिवरेज प्लान भी तैयार किया जाए।
बैठक में बताया गया कि के.वी.एन. क्षेत्र तथा वर्तमान में स्थित मार्गों को पीथमपुर विकास योजना 2035 के प्रस्तावित मार्गों से जोड़ने का है। इससे जहां मार्गों की continuity stabilityहोगी, वहीं पर लोगों के आने जाने के लिए नये रास्ते भी मिलेंगे। पीथमपुर विकास योजना 2035 के निवेश क्षेत्र में ए.के.वी.एन. के क्षेत्र को छोड़कर लगभग 26.500 हेक्टेयर क्षेत्रफल सम्मिलित किया गया है जिसमें ए.के.वी.एन. का क्षेत्रफल सम्मिलित नहीं है। पीथमपुर विकास योजना 2035 के निवेश क्षेत्र में 65 ग्राम सम्मिलित है, जिसमें से कुछ 35 ग्राम पूर्ण तथा 30 ग्राम आंशिक सम्मिलित है ।
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