दिल्ली से वाराणसी के लिए आ रहे विमान में गौरव खन्ना ने हंगामा शुरू कर दिया। विमान जब उन्नाव के पास 23 हजार फुट की ऊंचाई पर था तो मां से मिलने की बात कहकर आपात गेट खोलने की कोशिश की। इस दौरान विमान में यात्रियों में हड़कंप मच गया। जैसे-तैसे उसे काबू किया गया। सुरक्षित लैंडिंग के बाद एयरलाइंस की ओर से उसे फूलपुर थाने के बाबतपुर चौकी की पुलिस को सौंप दिया गया था। शनिवार रात पुलिस उसे पिंडरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गई। वहां पर चिकित्सा प्रभारी डॉ. हरिश्चंद्र मौर्य ने मानसिक हालत ठीक न देख उसे कबीरचौरा मंडलीय अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। पुलिस बीमार यात्री को अस्पताल ले जाने की बजाय थाने में ही रखी रही और शांति भंग में चालान कर दिया। रविवार को थाने की पुलिस उसे लेकर पिंडरा तहसील पहुंची तो वहां भी उसने हंगामा शुरू कर दिया। उसे पुलिस ने एसडीएम कोर्ट के पास मुख्य कमरे में बंद कर दिया। हंगामा करते हुए यात्री ने दरवाजे की कुंडी तोड़ दी। फूलपुर इंस्पेक्टर दुर्गेश मिश्र व बाबतपुर चौकी इंचार्ज अरविंद यादव मय फोर्स पहुंचे। उसे काबू में किया गया। फिर जमानत की औपरिचकता पूरी कर पुलिस ने शहर के लिए टैक्सी बुक कर छोड़ दिया। इस बारे में पीएचसी पिंडरा के प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. हरिश्चंद्र मौर्या ने बताया कि शनिवार रात लाया गया यात्री मानसिक रूप से बीमार था। यहां इलाज करना मुश्किल था, इसलिए उसे मंडलीय अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। उधर इंस्पेक्टर फूलपुर ने बताया कि उसकी हालत ठीक नहीं थी। इसलिए अस्पताल न ले जाकर सुरक्षित रखा गया था। यात्री हंगामा कर रहा था, इसलिए चालान किया गया।
दिल्ली से वाराणसी आने वाले विमान का शनिवार को बीच हवा में गेट खोलने का प्रयास करने वाले गुरुग्राम के आरोपित गौरव खन्ना ने रविवार को पिंडरा तहसील में एसडीएम कोर्ट में भी जमकर हंगामा किया। इस दौरान आरोपित को पकड़कर मुख्य कोर्ट के पास कमरे में बंद किया गया, लेकिन उसने दरवाजे की कुंडी तोड़ दी। पुलिस ने किसी तरह उस पर काबू पाया। बाद में निजी मुचलके पर उसे छोड़ दिया गया। पुलिस ने शहर के लिए उसे टैक्सी पर बैठाकर रवाना कर दिया।इससे पहले फूलपुर पुलिस ने आरोपित को अस्पताल पहुंचाने की बजाय पूरी रात अभिरक्षा में रखा और शांतिभंग तथा अन्य धारा में चालान कर दिया।
एक टिप्पणी भेजें
If you have any doubts, please let me know