मुख्यमंत्री ने जनपद गोरखपुर में ‘एक जनपद, एक उत्पाद योजना’
के अन्तर्गत आयोजित रेडीमेड गारमेण्ट प्रदर्शनी का अवलोकन किया
प्रदेश सरकार द्वारा गोरखपुर में ओ0डी0ओ0पी0 योजना के अन्तर्गत
‘टेराकोटा’ उत्पाद के बाद ‘रेडीमेड गारमेण्ट’ को जोड़कर इस प्रदर्शनी
के माध्यम से उत्पादों को एक मंच देने का प्रयास किया गया: मुख्यमंत्री
कम पूंजी पर ज्यादा लोगांे को रोजगार की सम्भावना रेडीमेड गारमेण्ट में ही है
गोरखपुर रेडीमेड गारमेण्ट का हब बन सकता है
गोरखपुर के रेडीमेड गारमेण्ट का हब बनने से उ0प्र0
को भी रेडीमेड गारमेण्ट हब के रूप मंे विकसित किया जा सकता है
प्रदेश में पराम्परागत उद्यम के लिए बहुत सारी सम्भावनाएं, इसीलिए प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से प्रदेश सरकार ने ‘एक जनपद, एक उत्पाद’ की अभिनव योजना प्रारम्भ की
प्रधानमंत्री जी की ‘आत्मनिर्भर भारत’ की परिकल्पना को साकार करने में
‘एक जनपद, एक उत्पाद योजना’ बहुत बड़ी भूमिका का निर्वहन
करते हुए इस संकल्प को सफलतापूर्वक आगे बढ़ा रही
आत्मनिर्भर पैकेज में प्रधानमंत्री जी ने एम0एस0एम0ई0 उद्योगों
के लिए सरलता से ऋण उपलब्धता की कार्यवाही को आगे बढ़ाया
जिस परिवार में महिला आर्थिक रूप से स्वावलम्बी हो जाए, वहां पर कोई
कमी नहीं रह सकती, बालिका में लक्ष्मी जी का जो स्वरूप हम देखते हैं,
उसका जीता-जागता उदाहरण इस प्रकार की स्वावलम्बी महिलाएं हैं
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद गोरखपुर के टाउन हॉल मैदान में ‘एक जनपद, एक उत्पाद योजना’ (ओ0डी0ओ0पी0) के अन्तर्गत आयोजित रेडीमेड गारमेण्ट प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने प्रदर्शनी का भ्रमण करते हुए विभिन्न स्टॉलों पर विक्रय किए जा रहे रेडीमेड गारमेण्ट्स के निर्माण व मार्केटिंग आदि के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने वहां उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा गोरखपुर में ‘एक जनपद, एक उत्पाद योजना’ के अन्तर्गत ‘टेराकोटा’ उत्पाद के बाद ‘रेडीमेड गारमेण्ट’ को जोड़कर इस प्रदर्शनी के माध्यम से उत्पादों को एक मंच देने का प्रयास किया गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदर्शनी में वे जिस भी स्टॉल पर गए, उन्हें प्रत्येक स्टॉल से सकारात्मक ऊर्जा मिली है। उन्होंने कहा कि पिछले चार वर्षाें के दौरान गोरखपुर में रेडीमेड गारमेण्ट मार्केट की सम्भावनाओं को खोजा गया और उसकी आवश्यकताओं को नजदीक से समझा गया। यह महसूस किया गया कि उद्यमी की समस्या और जरूरतें क्या हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गोरखपुर में रेडीमेड गारमेण्ट उद्योग को बढ़ावा देने के लिए इसे ‘एक जनपद, एक उत्पाद योजना’ से जोड़ा गया। कम पूंजी पर ज्यादा लोगांे को रोजगार की सम्भावना रेडीमेड गारमेण्ट में ही है। रेडीमेड गारमेण्ट में जनपद गोरखपुर में जो भी कार्य अभी तक हुआ है, अकेले 350 करोड़ रुपए की पूंजी में 15 हजार लोग प्रत्यक्ष रूप से रोजगार से जुड़े हैं, यह सिर्फ एम0एस0एम0ई0 में सम्भव है। बैंकांे, मार्केंटिंग व तकनीक के साथ जोड़कर 50,000 लोगों को रोजगार दिलाने के लिए कार्य करना होगा। सभी उद्यमी इसमें रुचि लेते हुए कार्य कर रहे हैं। प्रशासन भी इसके साथ जुड़कर इस अभियान को तेजी से आगे बढ़ाने का कार्य कर रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि गोरखपुर रेडीमेड गारमेण्ट का हब बन सकता है। यदि गोरखपुर रेडीमेड गारमेण्ट का हब बनेगा, तो उत्तर प्रदेश को भी रेडीमेड गारमेण्ट हब के रूप मंे विकसित कर सकते हैं। आपके पास एक मार्केट है, सस्ता मैन पावर है, बस प्रशिक्षण की आवश्यकता है। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि नेट्रा के साथ मिलकर इस प्रशिक्षण के कार्य को आगे बढ़ाया जा रहा है। 500 करोड़ रुपए का रेडीमेड गारमेण्ट गोरखपुर में ही बनता है, जिसका मार्केट गोरखपुर और पूर्वी उत्तर प्रदेश है। साथ ही, गोरखपुर में 2,000 करोड़ का रेडीमेड गारमेण्ट बाहर से आता है। इस 2,000 करोड़ के मार्केट को भी अपना बनाना है। उन्होंने कहा कि फ्लैटेड फैक्ट्री के कार्य को आगे बढ़ाया जाए, जिससे अधिक से अधिक लोगों को रोजगार से जोड़ा जा सके।
मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश सम्भावनाओं वाला राज्य है। इन सम्भावनाओं को मंच तथा प्रोत्साहन देने की आवश्यकता है। प्रदेश में पराम्परागत उद्यम के लिए बहुत सारी सम्भावनाएं हैं। इसीलिए प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से प्रदेश सरकार ने फरवरी 2018 में ‘एक जनपद, एक उत्पाद’ की अभिनव योजना प्रारम्भ की। पराम्परागत उत्पादों को प्रोत्साहित करना इस योजना का उद््देश्य है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी की ‘आत्मनिर्भर भारत’ की परिकल्पना को साकार करने में ‘एक जनपद, एक उत्पाद योजना’ बहुत बड़ी भूमिका का निर्वहन करते हुए इस संकल्प को सफलतापूर्वक आगे बढ़ा रही है। आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना को साकार करने के लिए पराम्परागत उद्योग में ‘वोकल फॉर लोकल’ के इस अभियान को प्राथमिकता पर आगे बढ़ाना होगा। इसके लिए गुणवत्ता पर ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि पराम्परागत उद्योग को प्रोत्साहित करने के लिए प्रदेश सरकार की नीति बहुत स्पष्ट है। इन उद्योगों को प्रोत्साहित करने के लिए केन्द्र एवं प्रदेश सरकार ने अनेक योजनाएं पहले से लागू की हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आत्मनिर्भर पैकेज में प्रधानमंत्री जी ने एम0एस0एम0ई0 उद्योगों के लिए सरलता से ऋण उपलब्धता की कार्यवाही को आगे बढ़ाया। प्रदेश सरकार ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्रत्येक माह जनपद स्तर पर उद्यमियों के साथ बैठक करें तथा मण्डलायुक्त भी हर दूसरे माह उद्यमियों के साथ बैठक कर उनकी समस्याओं को सुनें। जिन समस्याओं का स्थानीय स्तर पर समाधान होना है, उनका तत्काल समाधान कराएं। उन्होंने कहा कि बैंकांे से जुड़ी समस्याओं का समाधान करने के लिए बैंकों के साथ जनपद स्तरीय बैंकर्स की बैठक हो, जिससे जनपद के ऋण-जमा अनुपात में सुधार हो सके। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अधिक से अधिक उद्यमियों को बैंकर्स के साथ जोड़कर उनके उद्यम को प्रोत्साहन देने का कार्य करें।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 2016 में वे स्वयं खोरिया गांव में गए और देखा कि कैसे स्वयं से प्रेरित होकर एक युवा उद्यमी गांव की महिलाओं को एक मंच दे सकता है। उस समय छोटे से प्रोत्साहन से 25 महिलाएं प्रतिदिन 300 से 500 रुपए की आय अर्जित कर रही थीं। जिस परिवार में महिला आर्थिक रूप से स्वावलम्बी हो जाए, वहां पर कोई कमी नहीं रह सकती। बालिका में लक्ष्मी जी का जो स्वरूप हम देखते हैं, उसका जीता-जागता उदाहरण इस प्रकार की स्वावलम्बी महिलाएं हैं।
इस अवसर पर मण्डलायुक्त श्री जयन्त नार्लिकर ने सभी का स्वागत करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी की प्रेरणा से ‘एक जनपद, एक उत्पाद योजना’ के तहत ‘टेराकोटा’ के साथ जनपद गोरखपुर के विशिष्ट उत्पाद के रूप में वर्ष 2020 में ‘रेडीमेड गारमेण्ट’ को भी शामिल किया गया। विगत एक वर्ष में 05 बिन्दुओं-संसाधन, भूमि की उपलब्धता, मार्केटिंग, बैंकों से लोन तथा प्रशिक्षण पर कार्य किया गया। लगातार उद्योग को बढ़ावा देने के लिए टास्क फोर्स की स्थापना की गयी। उन्होंने बताया कि निरन्तर उद्यमियों के साथ संवाद भी किया जाता है, जिससे की उद्योग को बढ़ावा मिल सके।
इस अवसर पर सांसद श्री रवि किशन, महापौर श्री सीताराम जायसवाल, अन्य जनप्रतिनिधिगण, जिलाधिकारी श्री के0 विजयेन्द्र पाण्डियन सहित शासन-प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
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