NCR News:महिला चाहे गृहिणी हो या पेशेवर, उसके जीवन का हर पल उसके बच्चों, परिवार और अपनों को ही समर्पित होता है। महिला दिवस पर पहली बार दैनिक भास्कर ने महिलाओं से पूछा कि देश-दुनिया, समाज और परिवार से उनकी 5 सबसे बड़ी उम्मीदें और 5 सबसे बड़ी चिंताएं क्या हैं। साथ ही हमने पुरुषों से पूछा कि महिलाओं की बेहतरी के लिए सबसे अहम 5 कदम क्या होंगे।हमारा उद्देश्य सिर्फ नारी जीवन की बेहतरी पर लोगों के विचार जानना ही नहीं था। हम इस मुद्दे पर पुरुषों और महिलाओं की सोच का अंतर भी देखना चाहते थे। नतीजे उम्मीदों भरे हैं। 92% महिलाओं की सबसे बड़ी उम्मीद रोजगार के समान अवसर पाना और सबसे बड़ी चिंता परिवार-समाज का सम्मान हासिल करना है। 95% पुरुष भी मानते हैं कि बराबरी और सम्मान ही महिलाओं का जीवन सुधार सकते हैं।आश्चर्यजनक ये है कि महिलाओं-पुरुषों की सोच में यह समानता समाज के व्यवहार में नहीं दिखती है। जरा सोचिए, समानता और सम्मान की यह दृष्टि अगर व्यवहार में भी उतर जाए तो स्त्री की तरक्की कौन रोक सकता है। सर्वे के जरिए दैनिक भास्कर का यही प्रयास है कि महिलाओं के लिए जो स्पष्ट सोच सामने आई है, वह समाज के हर वर्ग तक पहुंचे।

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