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संदीप शर्मा, पीलीभीत उ०प्र०
जिलाधिकारी द्वारा सुपोषण मिशन-36 के माह फरवरी में किये गये कार्यों की समीक्षा बैठक सम्पन्न।
पीलीभीत सूचना विभाग 04 मार्च 2021/जिलाधिकारी श्री पुलकित खरे द्वारा जनपद में कुपोषण समाप्त करने के हेतु माह दिसम्बर 2020 में प्रारम्भ किये गये नवाचार सुपोषण मिशन-36 के कार्यों की समीक्षा बैठक कलेक्टेªट कार्यालय में सम्पन्न हुई। जिलाधिकारी द्वारा 36 ग्राम पंचायतों में कुपोषण से मुक्त करने हेतु नामित किये गये नोडल अधिकारियों द्वारा विगत माह में ग्रामों के भ्रमण के दौरान किये गये कार्यों का ग्राम पंचायत वार समीक्षा की गई। इन ग्रामों में लाल श्रेणी के बच्चों को हरी श्रेणी में लाने हेतु अधिकारियों द्वारा किये गये भ्रमण व कुपोषित बच्चों के परिजनों की काॅउसिंलिग के उपरान्त प्राप्त फीडबैक की समीक्षा के दौरान जिला पंचायतराज अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि ग्राम पंचायत में कुपोषित बच्चों के परिवारों से बातचीत की गई तथा उनको बच्चों को पोषाहार देने के सम्बन्ध में जानकारी दी गई। समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी समस्त नोडल अधिकारियों को बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा बच्चों को पोषाहार खिलाने सम्बन्धी डाइट चार्ट के अनुसार परिजनों की काॅउन्सिलिंग करते हुये जानकारी प्रदान करने हेतु निर्देशित किया गया। इस दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित किया गया कि समस्त सुपरवाइजरों को निर्देशित किया जाये कि नोडल अधिकारियों के भ्रमण के दौरान गांव में उपस्थित रहें। जिला परियोजना समन्वयक यू0पी0 डास्प अधिकारी द्वारा ग्राम भिखारीपुर में भ्रमण के दौरान प्राप्त फीडबैक के सम्बन्ध में जिलाधिकारी को अवगत कराया गया कि अधिकतर कुपोषित बच्चे के परिवारों की काॅउन्सिलिंग के उपरान्त पोषाहार खिलाने पर बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। काॅउसिंलिग के दौरान परिजनों को खिलाने के तरीके व बच्चों को समझाकर खिलाने के सम्बन्ध में जानकारी दी गई । इस दौरान जिलाधिकारी द्वारा समस्त अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि सम्बन्धित ग्राम के प्रधान, कोटेदार, आंगनबाडी कार्यकत्री व सहायिका का मो0नं0 अवश्य लें तथा भ्रमण के दौरान प्रत्येक बच्चों के अभिभावको से अवश्य मिले और बच्चों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी लें। इसके उपरान्त फोन पर भी नियमित काउन्सिलिंग करते रहे। समस्त अधिकारियों को यह भी निर्देशित किया गया कि भ्रमण के दौरान ऐसे बच्चों की सूची उपलब्ध करायें जो गम्भीर बीमारी से ग्रस्त है और जिनके इलाज हेतु अच्छे अस्पतालों में ही सम्भव है। इस दौरान जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित किया गया कि टेली न्यूट्रीशन से भी लाल श्रेणी के बच्चों के अभिभावकों से नियमित काॅउसिंलिग कर संतुलित आहार/पोषाहार के प्रति जागरूक किया जाये। आज समीक्षा के दौरान जिला पूर्ति अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, अधिशासी अभियन्ता लघु सिंचाई, जिला समाज कल्याण अधिकारी, जिला अन्य पिछडा वर्ग कल्याण अधिकारी द्वारा अपने अपने फीड बैक प्राप्त कर सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि जिन परिवारों के पास राशनकार्ड, जाॅब कार्ड उपलब्ध नही हैं वहां तत्काल सम्बन्धित अधिकारियों से वार्ता कर योजनाओं का लाभ प्रदान किया जाये।
उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि यह अभियान संचालित करने का मुख्य उद्देश्य ऐसे परिवारों के बच्चों को कुपोषण से मुक्ति दिलाना जो इस बारे में अनभिज्ञ हैं और जानकारी के अभाव में बच्चे की देखरेख नही रख पाते। उन्होंने कहा कि सभी नोडल अधिकारी के माध्यम से कुपोषित बच्चों आवश्यकतानुसार स्वास्थ्य सुविधाऐं एमओआईसी के माध्यम से उपलब्ध कराई जाये और आवश्यकता हुई तो एनआरसी में भी स्वास्थ्य सुधार हेतु बच्चे को भेजें।
पीलीभीत से संदीप शर्मा की रिपोर्ट।
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