शहर के बड़े कूड़ाघरों के बाहर सड़क तक फैले कचरे आने वाले समय में नहीं दिखेंगे। दशकों पुराने ये कूड़ाघर हर्बल पार्क या चिल्ड्रेन पार्क के रूप में विकसित किए जाएंगे। नगर निगम ने गारबेज फ्री सिटी के तहत शहर के 13 बड़े कूड़ाघरों को इसके लिए चुना है।बेनियाबाग कूड़ाघर से इसकी शुरुआत हो चुकी है और यहां कुछ दिनों से कूड़ा नहीं फेंका जा रहा है। बेनियाबाग में फिलहाल लोग गाड़ी की पार्किंग कर रहे हैं और बच्चे खेल रहे हैं। इसके बाद सर्किट हाउस के सामने व मलदहिया कूड़ाघरों की बारी आएगी। शहर में कुल 30 कूड़ाघर हैं, जिनमें 13 बड़े हैं। कार्ययोजना के अनुसार इन कूड़ाघरों में कचरे जमा करने की बजाय सीधे करसड़ा प्लांट ले जाना है। संकरे रास्तों वाले कूड़ाघरों में बड़ी कूड़ागाड़ी लाने ले जाने में दिक्कत होती थी। जाम लगता था। अब कूड़ाघर बंद होने से शहर में गंदगी नहीं दिखेगी और कूड़ा उठाने के दौरान लगने वाले जाम से निजात मिलेगी।

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