कांजी हाउस की भूमि पर हो रहा अवैध निर्माण कार्य रोकवाने के लिए बौंडी गांव के ग्रामीणों ने बड़े स्तर पर शुरू किया हस्ताक्षर अभियान
फखरपुर ब्लॉक के बौंडी कस्बे में जिला पंचायत की कांजी हाउस की भूमि है। 12 वर्ष पूर्व घाघरा की कटान में सिलौटा गांव के ग्रामीणों के आशियाने धारा में समाहित हो गए थे। उस समय जिला प्रशासन ने फौरी तौर पर कुछ कटान प्रभावित परिवारों को कांजी हाउस की जमीन पर अस्थाई रूप से रुकने को कहा था। कांजी हाउस की भूमि पर बसे अधिकांश कटान प्रभावित दूसरे जगह पर पुनर्वासित हो गए किंतु कुछ लोग अभी भी यहां अस्थाई रूप से झुग्गी झोपड़ी बनाए हुए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान बौंडी ने अपने हितैषियों के साथ मिलकर राजनैतिक व आर्थिक लाभ के लिए गांव निवासी श्रीराम पुत्र समई को कांजी हाउस की भूमि पर पीएम आवास बनाने की स्वीकृति दे दी। मकान निर्माण शुरू होने पर ग्रामीणों ने जिला पंचायत विभाग के अपर मुख्य अधिकारी प्रदीप कुमार गुप्त से शिकायत किया। जिला पंचायत विभाग ने जांच टीम भेजा तो निर्माण कार्य चल रहा था। जिसे विभाग ने रोकवा दिया। दूसरे दिन पुनः निर्माण कार्य शुरू हुआ। विभाग के एसडीएम महसी व एसओ बौंडी से पत्राचार करने पर काम बंद हुआ। बावजूद इसके कांजी हाउस की भूमि पर चोरी-चुपके निर्माण कार्य जारी है। शुक्रवार को ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन करने का मन बनाया। उच्चाधिकारियों से बात करने के बाद ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन के बजाए हस्ताक्षर अभियान शुरू किया। ग्रामीणों बाबादीन त्रिवेदी, श्याम सुंदर त्रिवेदी, अशोक तिवारी त्यागी, सुधीर गुप्ता, राम शंकर जायसवाल, चंद्रमौलि दीक्षित, हरी सिंह, अनवर खान आदि का कहना है कि भ्रष्टाचार निवारण केंद्र लखनऊ, डीएम बहराइच, एसपी बहराइच, जिला पंचायत बहराइच, एसडीएम महसी व एसओ बौंडी को संबोधित प्रार्थना पत्र पर सैकड़ों ग्रामीणों ने हस्ताक्षर कर कांजी हाउस की भूमि पर हो रहे अवैध निर्माण को रोकवाने तथा गौशाला अथवा जिला पंचायत के किसी सरकारी भवन की मांग की है। यदि इसके बावजूद भी निर्माण कार्य नहीं रुका तो ग्रामीण धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य होंगे।
बहराइच से ब्यूरो रिपोर्ट राम कुमार यादव
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