यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इन दिनों दो दिवसीय दौरे पर गोरखपुर में हैं। बुधवार को सीएम योगी के साथ एक अजीब वाक्या घट गया। दरअसल बुधवार को सीएम योगी ने हिंदू सेवाश्रम सभागार में जनता दरबार लगाया था। फरियादी जनता दरबार में सीएम योगी के सामने अपनी-अपनी समस्या लेकर सामने आए थे। सीएम ने सभी फरियादियों की शिकायत सुनकर उनके निस्तारण का आदेश दिया। इसके बाद सीएम जनता दरबार खत्म करके जैसे ही बाहर निकले तो अचानक एक महिला उनके सामने आकर खड़की हो गई और उनका रास्ता रोक लिया। महिला ने उनकी बात सुने बगैर सीएम को आगे बढ़ने नहीं दिया। यह देख सीएम योगी के साथ चल रहे अधिकारी दंग रह गए।
हिन्दू सेवा आश्रम में जनता दर्शन कर बाहर आ रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की राह अचानक बड़हलगंज के छपिया की उषा देवी ने रोक ली। सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी उषा को रोक रहे थे कि अचनाक अब वह सीएम योगी आदित्यनाथ के सामने थी। उसे हटाने के लिए बढ़े सुरक्षा कर्मियों को सीएम ने रोका और उषा से मुखातिब हुए। उषा बोल पड़ी,‘ हम गोड़ धरत हईं, केहूं के देखी चाहे न हमार जरूर देख लेई।’ सीएम की नजरे डीएम को तलाश रही थीं, उधर उषा बिना रुके बोले जा रही थी।‘
देखिए हम किराया भाड़ा लगा के बड़हलगंज के छपिया से आए हैं।’ तब तक डीएम के. विजयेंद्र पाण्डियन पर सीएम योगी नजर पड़ी। उन्होंने कहा कि एप्लीकेशन ले लेंगे।..’ इस बीच ऊषा लगातार बोलती जा रही थीं।‘ सीएम योगी आदित्यनाथ ने ऊषा से बोले कि,‘अरे क्या मोबाइल फोन से एप्लीकेशन भेजेंगे?’ उषा के पास एप्लीकेशन नहीं था लेकिन वह बोले जा रही थीं कि,‘कप्तान साहब और डीएम साहब को अप्लीकेशन ऑफिस में दिए हैं। कप्तान साहब से फोन पर बात भी होला।’ सीएम योगी ने पुन: उषा से कहा कि,‘अच्छा एप्लीकेशन डीएम साहब के मोबाइल पर भेजिए। भेज दिया ना।’
सीएम का साथ मिला तो उषा शिकायत पर उतर आई। बोली,‘आवास देते हैं तो चेक भी नहीं करते हैं। वृक्षा तरे बांटी हमरे जवान से निकली केहूं रोक नहीं सकेगा जोगी जी के।’ सभी हंस पड़े लेकिन सीएम योगी संजीदा थे उन्होंने कहा कि एक अप्लीकेशन लिख कर डीएम साहब को दे दीजिए। उन्होंने डीएम को औपचारिकताएं पूरी कर आवास उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
300 लोगों की सीएम योगी ने सुनी फरियाद
जनता दर्शन कार्यक्रम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार की सुबह 8 बजे 8.40 बजे तक तकरीबन 300 के करीब लोगों की पीड़ा सुनी। लोगों के आवेदन पत्र लिए और साथ चले रहे अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश भी देते जा रहे थे। हिन्दू सेवाश्रम में कुर्सियों पर बैठे दूर दराज से आए महिला पुरुषों के पास स्वयं जा-जा कर सीएम योगी उनकी फरियाद सुन रहे थे। आश्वस्त कर रहे थे कि उनकी समस्या का समाधान कराया जाएगा।
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