प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया महाराजा सुहेल देव स्मारक स्थल व चित्तौरा झील की विकास योजनाओं का शिलान्यास
महाराजा सुहेलदेव स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय बहराइच का लोकार्पण
बहराइच 16 फरवरी। मातृ भूमि के सम्मान को समर्पित शौर्य और स्वाभिमान की गौरव गाथा के साक्षी 11वीं शताब्दी के प्रतापी शासक एवं पराक्रमी योद्धा महाराजा सुहेलदेव जी के जयन्ती समारोह के अवसर पर देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने वर्चुअल माध्यम से महाराजा सुहेलदेव स्मारक एवं चित्तौरा झील की विकास योजना के शिलान्यास एवं महाराजा सुहेलदेव स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय बहराइच का लोकार्पण किया।
चित्तौरा स्थित महाराजा सुहेलदेव जी स्मारक स्थल पर आयोजित कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से प्रदेश की मा. राज्यपाल श्रीमती आनन्दी बेन पटेल, प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी, भा.ज.पा. के पद्रेश अध्यक्ष स्वतन्त्र देव सिंह, सहकारिता मंत्री श्री मुकुट बिहारी, पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री श्री अनिल राजभर, राज्यमंत्री पर्यटन डाॅ. नीलकंठ तिवारी, सांसद कैसरगंज बृजभूषण शरण सिंह व बहराइच के अक्षयवर लाल गोंड, राज्यसभा सदस्य सकलदीप राजभर, विधायक पयागपुर सुभाष त्रिपाठी, नानपारा श्रीमती माधुरी वर्मा, बलहा श्रीमती सरोज सोनकर, महसी के सुरेश्वर सिंह, सदर की श्रीमती अनुपमा जायसवाल, श्रावस्ती के राम फेरन पाण्डेय, घोसी के विजय राजभर, प्रमुख सचिव उत्तर प्रदेश शासन मुकेश मेश्राम, महानिदेशक पर्यटन रवि कुमार एन.जी, आयुक्त देवी पाटन मण्डल एस.बी.एस रंगाराव, डीआईजी डा राकेश कुमार सिंह, जिलाधिकारी शम्भु कुमार, पुलिस अधीक्षक डा. विपिन कुमार मिश्रा, महाराजा सुहेल देव स्मृति न्यास बहराइच के उपाध्यक्ष यशवेंद्र विक्रम सिंह, गणमान्य एवं सभ्रांतजन तथा पार्टी पदाधिकारी, विभिन्न योजनाओं के लाभार्थी, एनसीसी, छात्र छात्राएं व भारी संख्या में आमजन मौजूद रहे।
चित्तौरा स्थित महाराजा सुहेलदेव स्मारक स्थल पर आयोजित कार्यक्रम को वर्चुअल माध्यम से सम्बोधित करते हुए देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने कहा कि अपने पराक्रम से मातृभूमि का मान बढ़ाने वाले राष्ट्रनायक महाराजा सुहेलदेव की जन्मभूमि और ऋषि मुनियों ने जहाॅ तप किया है बहराइच की ऐसी पावन धरा को मैं आदरपूर्वक नमन करता हूॅ। देशवासियों को बसंत पंचमी की बधाई देते हुए भारत की मानवता की सेवा के लिए रिसर्च व निर्माण तथा राष्ट्र निर्माण में जुड़े प्रत्येक भारतीय को माॅ सरस्वती का आशीर्वाद और सफलता मिले यही हम सब की प्रार्थना है।
मा. प्रधानमंत्री जी ने कहा कि राम चरित्र मानस में गोस्वामी तुलसीदास जी कहते हैं कि बसंत ऋतु में चेतन, मन व सुगंध तीन प्रकार की हवायें बहती हैं जिससे हर जीव व प्राकृति पर बहार आ जाती है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह बसन्त महामारी की पीड़ा को पीछे छोड़कर आगे बढ़ते भारत के लिए नई उम्मीद, नई उंमंग लेकर आया है। इस उल्लास में भारतीयता, हमारी संस्कृति, हमारे संस्कार के लिए ढाल बनकर खड़े होने वाले महानायक महाराजा सुहेलदेव जी का जन्मोत्सव हमारी खुशियों को और बढ़ा रहा है।
मा. प्रधानमंत्री ने कहा कि आज से करीब 02 वर्ष पूर्व गाजीपुर में महाराजा सुहेल देव जी की स्मृति में डाक टिकट जारी करने का अवसर मिला आज बहराइच में उनके भव्य स्मारक के शिलान्यास का सौभाग्य मिला। यह आन्तरिक और भव्य स्मारक ऐतिहासिक चित्तौरा झील का विकास बहराइच पर महाराजा सुहेल देव जी का आशीर्वाद बढ़ायेगा। आगे आने वाली पीढ़ियों को भी प्रेरित करेगा। उन्होंने कहा कि महाराजा सुहेलदेव जी के नाम पर बनाये गये मेडिकल कालेज को एक नया और भव्य भवन मिल गया।
बहराइच जैसे आकांक्षात्मक जनपद में मेडिकल कालेज की स्थापना से जिले के लोगों का जीवन आसान होगा। स्वास्थ्य सुविधाओं के विकास से लोगों का जीवन आसान होगा। इसका लाभ आस पास के श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर जैसे जिलों को होगा ही साथ ही नेपाल से आने वाले मरीज़ों को भी लाभ मिलेगा।
उन्होंने कहा कि देश का इतिहास मात्र वह नहीं है, जो देश को गुलाम बनाने वालों व गुलामी की मानसिकता के साथ इतिहास लिखने वालों ने लिखा। भारत का इतिहास वह भी है जो भारत की घरा पर जन्में लोगों और लोक गाथाओं में रचा बसा है, जो पीढ़ी दर पीढ़ी एक से दूसरे लोगों तक पहुॅच रहा है। उन्होंने कहा कि आज जब भारत अपनी आज़ादी के 77वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। ऐसे महत्वपूर्ण योद्धा, उनकी त्याग, तपस्या, वीरता, शहादत और बलिदान का स्मरण करना उन बहादुरांे को नमन करना उनसे प्रेरणा पाना, इससे बड़ा कोई अवसर नहीं हो सकता है। यह दुर्भाग्य है कि भारत और भारतीयता की रक्षा के लिए जीवन समर्पित करने वाले ऐसे अनेक नायक नायकों को वह सम्मान नहीं दिया गया जिसके वे हकदार हैं।
इतिहास लिखने वालों ने इतिहास लिखने के नाम पर हुए अन्याय को आज का भारत सुधार रहा है। सभी तरह की गलतियों से देश कोे मुक्त किया जा रहा है। नेता जी सुभाष चन्द्र बोस जो आज़ाद हिन्द सरकार में पहले प्रधानमंत्री थे त्याग मूर्ति की पहचान को आज़ाद हिन्द फौज के योगदान को वह महत्व नहीं दिया गया जो नेता जी सुभाष चन्द्र बोस को मिलना चाहिए था। उन्होंने कहा कि आज लाल किले से लेकर अण्डमान निकोबार तक उनकी इस पहचान को देश और दुनिया के सामने सशक्त किया। देश की 500 से ज्यादा रियासतों को एक करने वाले सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा स्टेचू आॅफ लिबर्टी को विश्व की सबसे ऊॅची प्रतिमा का गौरव प्राप्त है।
देश के संविधान में अहम भूमिका देने वाले बाबा साहब डाॅ. अम्बेडकर को श्रद्धांजलि देते हुए भारत से लेकर इंग्लैण्ड तक बाबा साहब से जुड़े कामों को पंचतीर्थ के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसी प्रकार महाराजा सुहेलदेव के भी शौर्य, पराक्रम और वीरता को वह स्थान नहीं मिल सका जिसके वह हकदार थे। महाराज सुहेलदेव जी से प्रेरित होकर 40 फिट की कांस्य प्रतिमा स्थापित होगी। यहाॅ पर बनने वाले संग्रहालय में महाराजा सुहेलदेव से जुड़ी ऐतिहासिक जानकारियाॅ उपलब्ध होंगी। आसपास की सड़कों का चैड़ीकरण किया जायेगा, बच्चों के लिए पार्क, सभागार, पर्यटकों के लिए आवास, पार्किंग, कैफेटेरिया जैसी अनेक सुविधाओं का विकास किया जायेगा। इसके अलावा स्थानीय शिल्पकार और कलाकार अपना सामान बेंच सकें इसके लिए दुकानों का निर्माण किया जायेगा। इसी तरह चित्तौरा झील के सौन्द्रर्यीकरण एवं सुदृढ़ीकरण से इस ऐतिहासिक स्थल का महत्व और बढ़ जायेगा। इससे बहराइच की सुन्दरता ही नहीं बढ़ेगी बल्कि पर्यटकों की संख्या में भी इज़ाफा होगा।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में ऐतिहासिक व धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थलों का विकास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम, श्री कृष्ण, भगवान बुद्ध, व काशी जैसे स्थलों को एक्सप्रेस से जोड़कर अनेकों सुविधाओं का विकास किया जा रहा है। जिससे बड़ी संख्या में पर्यटक आकर्षित हो रहे हैं। विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने में यूपी का देश में तीसरा स्थान है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उनकी टीम द्वारा प्रदेश के बेहतरीन तरीके से संभाल कर दिखा दिया है। प्रदेश के रिकार्ड धान की खरीद के साथ चिकित्सीय सुविधाओं में बढ़ोत्त्री के लिए मेडिकल कालेजों के निर्माण के साथ मूलभूत सुविधाओं का तेज़ी के साथ विकास हो रहा है।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि देश के किसान केन्द्र सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता हैं। उत्तर प्रदेश के ढ़ाई करोड़ किसानों के खाते में रू. 27 लाख करोड़ से अधिक की धनराशि हस्तान्तरित की गयी है। स्वामित्व योजना के तहत ड्रोन सर्वे कर लोगों को घरौनी उपलब्ध करायी जा रही है साथ ही गन्ना किसानों को रू. 01 लाख करोड़ गन्ना मूल्य का भुगतान कराया गया है। हमारा लक्ष्य देश के हर नागरिक को आत्मनिर्भर बनाना तथा हमारा संकल्प देश को समृद्ध बनाना है। राम चरित्र मानस में कहा गया है कि भागवान राम का नाम धारण कर जो भी कार्य करेंगे उसमें सफलता ज़रूर मिलेगी
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