गिरजा शंकर गुप्ता
अंबेडकरनगर। अगले दो माह के भीतर जनपदवासी पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर फर्राटा भर सकेंगे। निकटवर्ती जनपद सुल्तानपुर में एक्सप्रेस-वे निर्माण का जायजा लेने पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भरोसे के बाद यह उम्मीद जगी है। जिले में लगभग साढ़े पांच किमी दूरी तक पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे गुजरेगा। अकबरपुर तहसील क्षेत्र के रसूलपुर दियरा गांव के निकट से जनपदवासियों को इस एक्सप्रेस-वे का प्रयोग करने की सुविधा मिलेगी। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का निर्माण पूरा होने के बाद यात्रियों को लखनऊ व गाजीपुर के अलावा दिल्ली एवं आगरा आदि शहरों तक जाने में और अधिक सुविधा मिल सकेगी।
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से जुड़ी उम्मीदें अब पूरी होने वाली हैं। प्रदेश के कई जनपदों की दूरियां समेट देने वाले इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण को लेकर जनपदवासी पहले से ही खासे उत्साहित हैं। निर्माण कार्य पूरा होने को लेकर अरसे से इंतजार बना हुआ था। अब सोमवार को पड़ोसी जनपद सुल्तानपुर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नागरिकों की उम्मीदों को पंख लगा दिए हैं। सीएम ने भरोसा दिलाया कि यह पूरी कोशिश होगी कि 15 अप्रैल तक पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य पूरा करा लिया जाए और इसका लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों हो।
मुख्यमंत्री के इस भरोसे के बाद अब लगभग दो माह बाद पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर जनपदवासियों के फर्राटा भरने के आसार बन गए हैं। जिले के यात्री इस एक्सप्रेस-वे का प्रयोग अकबरपुर तहसील के बेवाना थाना क्षेत्र अंतर्गत रसूलपुर दियरा गांव के निकट से कर सकेंगे। यहां पर वाहनों के जाने व आने के लिए एक्सप्रेस-वे को जोड़ा जा रहा है। इस एक्सप्रेस-वे के शुरू हो जाने से गाजीपुर, बलिया, लखनऊ, आगरा, मथुरा, राजस्थान व दिल्ली आदि जगहों पर जाने के लिए दूरी काफी कम हो जाएगी।
अंबेडकरनगर जिले में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का निर्माण पांच किमी 600 मीटर की दूरी में हो रहा है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की कुल लंबाई 341 किलोमीटर है। प्रदेश की राजधानी लखनऊ से लेकर गाजीपुर तक बनने वाले इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण पर लगभग 12 हजार करोड़ रुपये का खर्च होने का अनुमान है।
इन गांवों से होकर गुजर रहा एक्सप्रेस-वे
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे जिले की दो तहसीलों अकबरपुर व जलालपुर से होकर गुजर रहा है। दोनों तहसील के आधा दर्जन से अधिक गांव इसमें शामिल हैं। अकबरपुर तहसील के रसूलपुर दियरा, उम्मरपुर, अहेथा व रेवरा गांव तथा जलालपुर तहसील के गोपरी चांदपुर, सिंघीपुर व रामगढ़ से होकर एक्सप्रेस-वे बनाया जा रहा है। एक्सप्रेस-वे का निर्माण तेजी से कराया जा रहा है। अरसे से इन गांवों के ग्रामीण एक्सप्रेस-वे निर्माण के गवाह बने हुए हैं। अकबरपुर व जलालपुर तहसील की 63.94 हेक्टेयर भूमि से होकर एक्सप्रेस-वे का निर्माण कराया जा रहा है। कुल भूमि में से सिर्फ 58.81 हेक्टेयर भूमि का बैनामा होना था, जिसमें से 54.56 हेक्टेयर जमीन का बैनामा हो चुका है। लगभग चार हेक्टेयर भूमि का ही बैनामा होना शेष है। यह प्रक्रिया भी अंतिम चरण में है।224 किसानों को भुगतान मिलना शेष
एक्सप्रेस-वे का निर्माण कराने के लिए 481 किसानों की भूमि चिह्नित की गई थी। इनमें से 257 किसानों को भुगतान कर दिया गया, जबकि 224 किसानों को अब तक भुगतान नहीं मिल पाया है। जिन किसानों को भुगतान नहीं मिला हैे, उन्हें भी जल्द ही भुगतान करने की प्रक्रिया अपनाई जा रही है। सभी 481 किसानों को भुगतान के लिए 95 करोड़ 31 लाख रुपये मिले थे। इसमें से 93 करोड़ 58 लाख रुपये का भुगतान कर दिया गया है। सिर्फ एक करोड़ 73 लाख रुपये का भुगतान किया जाना बाकी है। अधिकारियों के अनुसार आवश्यक चरण में भुगतान की प्रक्रिया है।
तेजी से कराया जा रहा कार्य
पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य तेजी से पूरा कराया जा रहा है। शासन के निर्देशों के अनुरूप जरूरी प्रक्रिया लगातार अपनाई जा रही है। निर्माण जल्द ही पूरा कराने का प्रयास है।
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